उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने बीफ या किस फेस्टिवल मनाने पर सवाल खड़ा किए हैं। सोमवार को हुए एक कार्यक्रम में नायडू ने कहा कि अगर आपको बीफ खाना है, तो खाइए, लेकिन इसके लिए फेस्टिवल के आयोजन की क्या जरूरत है!
उपराष्ट्रपति ने आगे कहा कि इसी तरह किस फेस्टिवल भी है। अगर आपको किस करना है, तो कीजिए, इसके लिए फेस्टिवल आयोजित करने या किसी की इजाजत लेने की क्या जरूरत है? नायडू ने आगे अफजल गुरु के मामले पर भी अपना गुस्सा दिखाया और कहा कि लोग उसका नाम जपते रहते हैं। ये क्या हो रहा है? उसने हमारी संसद को उड़ाने की कोशिश की थी।
बता दें कि इससे पहले भी उपराष्ट्रपति अपने एक बयान को लेकर चर्चा में आए थे। इस दौरान उन्होंने नौकरियों को लेकर नीति आयोग और सीआईआई के कार्यक्रम पर उंगली उठाई थी। उन्होंने कहा था कि क्या इस देश में हर किसी को नौकरी दी जा सकती है? नायडू ने कहा कि हर किसी को नौकरी नहीं दी जा सकती, लेकिन चुनाव के दौरान हर सरकारें ऐसा वायदा करती हैं। अगर सरकारें ऐसा वादा ना करें, तो जनता उन्हें वोट नहीं देगी।