हेल्थ डेस्क। पीरियड यानी माहवारी में महिलाओं को काफी दर्द और शरीर में ऐंठन की समस्या से जूझना पड़ता है। कई बार महिलाओं को दर्द इतना होने लगता है कि उन्हें दवा खानी पड़ती है, लेकिन कई घरेलू उपायों से इस कष्ट को कम किया जा सकता है, ये तरीके बेहद कारगर साबित होते हैं। पीरियड के दौरान गर्भाशय में मांसपेशियों के तीव्र संकुचन से ऐंठन होने लगती है |
रक्तस्राव शुरू होने के सामान्यतः 1-2 दिन पहले से ऐंठन शुरू हो जाती है। यह सामन्यतः पेट के निचले हिस्से में या पेल्विक भाग में महसूस की जाती है। इसका दर्द पीठ, जांघों और पेट के ऊपरी भाग तक जा सकता है। साथ ही महिलाएं सिरदर्द, थकान भी महसूस करती हैं। अगर आपको कम या ज्यादा ऐंठन होती है हो तो इन उपायों का प्रयोग करें।
हीट का उपयोग करें, ऐसे कई प्राकृतिक उपचार हैं, जिनसे मासिकधर्म संबंधी ऐंठन में राहत मिलती है। इनमें से सबसे सामान्य और आसान तरीका है- हीट का उपयोग। यह तरीका दर्द निवारक दवाओं से ज्यादा कारगर है। हीट के चलते ऐंठन उत्पन्न करने वाली संकुचित मांसपेशियों को विश्राम मिलता है। आपको अपने पेट के निचले हिस्से में हीट लगाना चाहिए। आप अपनी पीठ के निचले हिस्से में भी हीट लगा सकते हैं | इसके लिए एक हीटिंग पैड या हीट पैच का उपयोग करें |
शरीर में ज्यादा ऐंठन है तो गर्म पानी से स्नान करना चाहिए। इससे बॉडी को काफी आराम मिलता है।
अपना ध्यान बांटें। अगर आपको तेज ऐंठन हो रही हो तो हीट पैच समेत अन्य कारगर उपाय करने के साथ ही ध्यान भटकाने का प्रयास करें। अच्छे दोस्तों से मिलें, किताब पढ़ें, कंप्यूटर गेम खेलें, मूवी या टीवी शो देखें, मतलब ऐसा काम करें जिससे ध्यान बंट जाए।
एक्यूपंक्चर पीरियड में होने वाली ऐंठन में बेहद कारगर उपाय है। 2000 सालों से भी अधिक समय से इसे दर्दनिवारक के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। इस विधि में, बाल के समान पतली सुइयों को शरीर में लगाया जाता है, इससे विशेषकर पीरियड में दर्द कम होता है।
पीरियड में कई बार दर्द असहनीय हो जाता है। जब ऐसा महसूस हो तो तुलसी का पत्तों का सेवन करें। इसे चाय में डालकर भी प्रयोग किया जा सकता है। चाय चुनते समय बेहद ध्यान रखें। रास्पबेरी, कैमोमाइल और अदरक वाली चाय ऐंठन से राहत दिलाने के लिए सूजन विरोधी क्षमता रखती है, इसलिए इनका प्रयोग करें।
पीरियड के दौरान कमर में खासतौर पर ज्यादा दर्द होता है। कई बार पूरी शरीर में ही ज्यादा दर्द होता है। ऐसे में जैतून और नारियल तेल को गुनगुना करके उसकी मालिश करें, काफी आराम मिलेगा।
शरीर दर्द, थकान और पेट दर्द दूर करने के लिए दूध में हल्दी मिलाकर पिएं, इससे काफी आराम मिलता है। हल्दी दूध से शरीर में गर्मी पैदा होती है, जिससे आराम मिलता है।
पीरियड के दौरान ठंडी चीजों के सेवन से बचें। दूध से बने उत्पाद कम प्रयोग करें और मांसाहार के साथ दाल का सेवन भी न करें। इन सभी चीजों से गैस बन सकती है, जो पीरियड दर्द काफी बढ़ा देती है।
पीरियड के दौरान विटामिन बी, ई, सी और फोलेट जैसे कई सप्लीमेंट्स लेना भी फायदेमंद रहेगा। इस दौरान हरी पत्तेदार सब्जियां भी काफी फायदेमंद होती है।