एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
पीएनबी को 11300 करोड़ का चूना लगाकर देश से भागने वाला ज्वैलरी कारोबारी नीरव मोदी के बारे में एक और खुलासा हुआ है। सीबीआई के सूत्रों के अनुसार, नीरव मोदी 2016 में भारत से भागना चाहता था, लेकिन नोटबंदी के कारण वो भाग नही पाया।
सूत्रों के अनुसार, जांच एजेंसियों का मानना है कि नीरव ने कई कंपनियों में फर्जी निवेश दिखाया, उसने पहले फंड को भारत से मकाऊ फिर बीजिंग, हांगकांग, सिंगापुर और कुआलालापुर भेजा।
सूत्रों ने यह भी बताया कि नीरव अकेले देश नहीं छोड़ना चाहता था, इसलिए उसने अपने भाई को बेल्जियम की नागरिकता दिलाई और दोनों भाई ने फिर देश छोड़ दिया, लेकिन उसकी पत्नी मुंबई में थी और जांच एजेंसियों, बैंक और मीडिया की गतिविधियों की जानकारी नीरव मोदी को देती रही, बाद में वह भी बच्चे के साथ देश छोड़कर चली गई।
उधर, नीरव मोदी के न्यूयॉर्क में होने की खबरें मीडिया में आ रही हैं, ये सब जनवरी के पहले सप्ताह में ही भारत छोड़ चुके थे, मोदी को अंतिम बार स्विटजरलैंड में आयोजित दावोस सम्मेलन में देखा गया था।
नीरव की पत्नी के पास अमेरिका की नागरिकता है, और उनके भाई के पास बेल्जियम की नागरिकता है। माना जाता है कि मोदी अधिकतर समय अमेरिका में बिताता था, और पिछले दो वर्षों से वो भारत भी कम आता था। पीएनबी के अधिकारियों ने धोखाधड़ी कर अरबपति हीरा कारोबारी नीरव मोदी से जुड़े फर्मों को साख पत्र दिया, इससे उन्होंने विदेशों में निजी एवं सार्वजनिक क्षेत्र के विभिन्न बैंकों से रुपया भुनाया।