सौम्या केसरवानी | Navpravah.com
अल्जाइमर ऐसी बीमारी हैं, जिसमें इंसान चीजें भूलने लगता है और उसको बोलने में भी दिक्कत आती है। अल्जाइमर होने पर व्यक्ति की याददाश्त कम होने लगती हैं, वो सही समय पर ठीक से कोई निर्णय नहीं ले पाता है।
अमेरिका की टेक्सास यूनिवर्सिटी के साउथवेस्टर्न मेडिकल सेंटर में एल्जाइमर पर शोध किया गया है।शोधकर्ता कैन डिंग ने कहा कि यह अध्ययन उस परिकल्पना का समर्थन करता है कि शारिरिक स्वस्थ रहने से मस्तिष्क के स्वास्थ्य में भी सुधार होता है। वैज्ञानिकों का कहना है केि शारीरिक रूप से तंदरुस्त रहने से भूलने की बीमारी अल्जाइमर से भी बचाव हो सकता है। इसलिए हमें नियमित व्यायाम करना चाहिए और अपने खान-पान पर भी ध्यान देना चाहिए।
न्यूरोलोजिस्ट डॉ. प्रभात सिंह के अनुसार, अल्जाइमर होने के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन हाई ब्लड प्रेशर होना, डायबिटीज होना और लाइफस्टाइल खराब होना भी इसकी एक बड़ी वजह है। डॉ. प्रभात के अनुसार, इस बीमारी को शुरूआत में पहचान लिया जाए, तो इसका इलाज संभव है। व्यक्ति को हर चीज भूलना, यहां तक की अपना नाम, घर का पता या फिर अपने करीबी लोगों को भूल जाना एक गंभीर समस्या बन सकती हैं।
डॉ. बताते हैं कि अल्जाइमर होने पर दिमाग की धीरे-धीरे कोशिकाएं नष्ट हो जाती हैं, जिससे समय के साथ इंसान की याददाश्त बिल्कुल चली जाती हैं और वक्त रहते इसका इलाज न किया जाये, तो ये गंभीर रूप ले लेता है।
अल्जाइमर रोग के दौरान रखें ये ख्याल –
-मेडिटेशन करने से भूलने की समस्या को कम किया जा सकता है।
-याददाश्त बढ़ाने के लिए योग- रोजाना व्यायाम और योग करके अल्जाइमर रोग के प्रभाव को कम किया जा सकता है।
-दिमाग तेज करना हो और याददाश्त बनाए रखनी हो, तो भुजंगासन करें।
-याददाश्त तेज करने के लिए सर्वांगासन करें।
-अल्जाइमर रोग में कॉपरयुक्त खाद्य पदार्थों का बहुत सेवन ना करें जैसे- तिल, काजू, सूखे टमाटर, कद्दू, तुलसी, मक्खन, चीज़, फ्राइड फूड आदि।