जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में भारत-पाकिस्तान इंटरनेशनल बॉर्डर पर 30 से 40 मीटर लंबी सुरंग मिली है. BSF के जवानों ने पेट्रोलिंग के दौरान इसे देखा. जम्मू में BSF के IG एनएस जामवाल ने बताया कि इंटरनेशनल बॉर्डर पर इस सुरंग का मिलना यह साफ करता है कि, पाकिस्तानी सेना आतंकवादियों की मदद कर रही है.
जामवाल ने कहा कि इस सुरंग के जरिए ही नगरोटा के एनकाउंटर में शामिल आतंकी घुसे थे. इसे हाल में ही बनाया गया है. अब यह भी साफ हो गया है कि आतंकियों की मदद करने के लिए उनके साथ कोई न कोई गाइड भी था. जिसने आतंकियों को इस सुरंग से हाईवे तक पहुंचाया.
सुरक्षाबलों ने बीते गुरुवार को जम्मू के नगरोटा में चार आतंकियों का मार गिराया था. चारों आतंकी गोला-बारूद और हथियार लेकर जम्मू से श्रीनगर जा रहे थे. सुरक्षाबलों ने नगरोटा स्थित बन टोल प्लाजा पर एक ट्रक को रोकने के बाद जांच शुरू की थी. इसी दौरान ड्राइवर ट्रक से छलांग लगाकर भाग खड़ा हुआ. इसके बाद जवानों ने और जांच-पड़ताल शुरू की तो ट्रक के भीतर से फायरिंग होने लगी. करीब दो घंटे के एनकाउंटर के बाद सुरक्षा बलों ने ट्रक को ही उड़ा दिया था.
ट्रक चावल की बोरियों से भरा था और उसके भीतर आतंकी बैठे थे. मुठभेड़ के बाद ट्रक से 4 आतंकियों के शव निकले. इसके साथ ही 11 AK-47 राइफल, 3 पिस्टल, 29 ग्रेनेड, 6 UBGL ग्रेनेड, मोबाइल फोन, कंपास, पिट्ठू बैग बरामद किए गए थे.
जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने के बाद यानी 5 अगस्त 2019 से लेकर 9 सितंबर 2020 तक इन 402 दिनों में 211 आतंकी घटनाएं हुईं हैं. इसमें 194 आतंकी मारे गए हैं. इन घटनाओं में सेना के भी 49 जवान शहीद हुए हैं. यानी, अब आतंकी एक जवान को शहीद करते हैं, तो सेना बदले में 4 आतंकियों को मार रही है. कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद आतंकी घटनाओं में भी 50% से ज्यादा की गिरावट आई है. 29 जून 2018 से 4 अगस्त 2019 तक के 402 दिनों में 455 आतंकी घटनाएं हुई थीं. यानी, हर दिन 1 से ज्यादा घटनाएं. लेकिन, उसके बाद 5 अगस्त 2019 से 9 सितंबर 2020 तक 402 दिनों में ही 211 घटनाएं हुईं. यानी, 2 दिन में 1 बार.