इलाहाबाद में लॉ स्टूडेंट की पीट-पीटकर हत्या के मामले के बाद पूरा इलाहाबाद हिल गया है। दिलीप की हत्या के विरोध में इलाहाबाद में विरोध प्रदर्शन उग्र रूप लेने लगा है। आज छात्रों ने हत्या के विरोध में एक बस को आग के हवाले कर दिया, विरोध में नारे लगाए और प्रदर्शन किए। इसके बाद हिंसा को नियंत्रित करने के लिए दंगा पुलिस को भी बुलाया गया है।
पुलिस ने हत्या के मुख्य आरोपी विजय शंकर सिंह के ड्राइवर को हिरासत में ले लिया है। मामले में पहले गिरफ्तारी उस रेस्तरां के वेटर मुन्ना चौहान की हुई है, जिसने दिलीप के सिर पर हॉकी स्टीक से हमला किया था। इलाहाबाद के सहायक एसपी सुकीर्ति माधव ने कहा कि हमलोग मुख्य आरापी विजय शंकर की गिरफ्तारी के लिए अभियान चला रहे हैं और उम्मीद है कि वह बहुत जल्द ही हिरासत में होगा।
9 फरवरी की शाम दिलीप अपने दो साथियों के साथ कर्नलगंज स्थित एक होटल में खाना खाने गया था और वहां लग्जरी कार से आए कुछ लोगों से उसकी कहासुनी हो गई थी। इसके बाद उन लोगों ने दिलीप को लाठी डंडों से पीटकर बुरी तरह से घायल कर दिया था।
वहां से गुजर रहे एक व्यक्ति के मोबाइल फोन से रिकॉर्ड किए गए वीडियो में दिख रहा है कि दिलीप सरोज नाम का शख्स रेस्तरां की सीढ़ियों पर अचेत पड़ा है। ऐसा लग रहा है कि उसे मार रहे लोग नशे में धुत हैं। वीडियो में वहां से गुजरता एक व्यक्ति रुकता है, जबकि अन्य इस पर ध्यान भी नहीं दे रहे हैं। छात्र की हत्या पर गहरा दु:ख एवं संवेदना व्यक्त करते हुए बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि शोषित-पीड़ित दलित समाज के एक होनहार एलएलबी छात्र की हत्या पूरे समाज के लिये बड़े दुःख एवं चिन्ता की बात है।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की उत्तर प्रदेश ईकाई ने इलाहाबाद में दलित छात्र की निर्मम हत्या की सख्त निंदा करते हुए छात्र के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की और कहा कि प्रदेश में योगी सरकार आने के बाद सामंती तत्वों का मनोबल इतना बढ़ गया है कि आये दिन दलितों पर क्रूर हमले हो रहे हैं।