स्पोर्ट्स डेस्क. गौतम गंभीर ने अंबाती रायडू के अचानक लिए गए संन्यास के लिए BCCI के चयनकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराया है। पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने चयनकर्ताओं के इस रुख को शर्मनाक भी करार दिया है। गंभीर का कहना है कि चयनकर्ताओं द्वारा नजरअंदाज किए जाने के कारण ही रायडू ने संन्यास की घोषणा की है। 33 साल के अंबाती रायडू ने बुधवार को ही संन्यास की घोषणा की है।
भारतीय चयनकर्ताओं ने विश्व कप के लिए अंबाती रायडू को 15 सदस्यीय टीम में शामिल नहीं किया था। उन्हें रिजर्व खिलाड़ियों में जगह दी गई थी। इसके बाद शिखर धवन और विजय शंकर के चोटिल होने के बावजूद उन्हें टीम में मौका नहीं दिया गया। इससे परेशान होकर रायडू ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है।
पूर्व क्रिकेटर और सांसद गंभीर ने इस मसले पर ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, ‘मुझे लगता है कि इस विश्व कप में चयनकर्ता पूरी तरह से निराश होंगे। रायडू का संन्यास लेने का कारण वे ही हैं। पूर्व ओपनर ने चयनकर्ताओं को लताड़ते हुए कहा, ‘यहां तक कि 5 चयनकर्ताओं ने मिलकर भी उतने रन ही बनाए होंगे, जितने की रायडू ने अपने करियर में बनाए हैं। उनके संन्यास लेने से मैं पूरी तरह से निराश हूं।’ अंबाती रायडू ने भारत के लिए अब तक 55 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 47।05 के औसत से 1694 रन बनाए हैं। उन्होंने तीन शतक और 10 अर्धशतक भी बनाए हैं।
गौतम गंभीर ने आगे कहा, ‘विश्व कप में चोटों के बीच ऋषभ पंत और मयंक अग्रवाल को टीम में शामिल किया गया। रायडू की जगह कोई भी होता तो उन्हें बुरा लगता। उनके जैसे क्रिकेटर ने आईपीएल और देश के लिए अच्छा किया है।’ उन्होंने कहा, ‘तीन शतक और 10 अर्धशतक लगाने के बावजूद अगर एक खिलाड़ी को संन्यास लेना पड़ता है तो यह भारतीय क्रिकेट के लिए बुरा समय है।’