अयोध्या में ATS ने संभाली कमान, श्रीराम जन्मभूमि पर पैरामिलिट्री फोर्स तैनात

लखनऊ। भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने से पहले आतंकी साजिश के इनपुट है। जिसके बाद उत्तर प्रदेश में सुरक्षा एजेंसिया अलर्ट मोड पर हैं। नेपाल के रास्ते भारत में आतंकियों की घुसपैठ की सूचना से अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्ता बढ़ा दी गई है। इस संदिग्धों की नापाक नजर अयोध्या पर होने की आशंका है।

नेपाल के रास्ते भारत में संदिग्धों की घुसपैठ का इनपुट मिलने के बाद रामनगरी में निगरानी बढ़ा दी गई है। आतंकवाद निरोधक दस्ता (ATS) अयोध्या पुलिस के सहयोग के लिए पहुंच चुका है। अयोध्या में चिह्नित स्थानों पर पैरामिलिट्री फोर्स के साथ ATS कमांडो तैनात कर दिए गए हैं। आतंकी इनपुट की सूचना मिलने के बाद अयोध्या पुलिस के जिम्मेदार ATS के उच्चाधिकारियों से लगातार संपर्क में है। एक पुलिस अधिकारी की मानें तो इनपुट है कि आतंकी भारत में प्रवेश करने की फिराक में हैं। हालांकि इनपुट पर पुलिस-प्रशासन के जिम्मेदार खुलकर नहीं बोल रहे हैं, लेकिन सतर्कता बढ़ाया जाना स्वीकार कर रहे हैं।

श्रीराम जन्मभूमि के लंबे विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में 40 दिन तक चली लंबी सुनवाई पूरी होने के बाद अब अयोध्या जमीन विवाद पर फैसले का इंतजार है। 17 नवंबर से पहले कभी भी सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने की उम्मीद जताई जा रही है।

मंगलवार से 14कोसी परिक्रमा के साथ कार्तिक मेले का उल्लास भी शुरू हो चुका है। ऐसे में सुरक्षा तंत्र बेहद सतर्क है। राज्य के साथ केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने भी अयोध्या में डेरा डाल रखा है। नेपाल के रास्ते सात आतंकियों के भारत में घुसने का इनपुट मंगलवार को सार्वजनिक हुआ है। रामनगरी पहले से ही आतंकियों के निशाने पर है। सीओ अयोध्या का कहना है कि ATS कमांडो लगाए गए हैं। उन्हें अलग-अगल तैनाती दी गई है।

आतंक से निपटने की तैयारी

अयोध्या में चप्पे-चप्पे पर निगरानी के लिए ड्रोन कैमरे के साथ CCTV कैमरे लगाए गए हैं। जिले में 18 हजार स्थानों पर पुलिस अधिकारियों के फोन नंबर पहले ही लिखवाए जा चुके हैं। पुलिस सोशल मीडिया का सहारा लेकर आम लोगों से सूचना संकलन कर रही है। अयोध्या में 80 से अधिक स्थानों पर मोर्चा लेने के लिए सैंडबैग बनाए गए हैं। आपात परिस्थितियों से निपटने के लिए विशेष स्कीम के तहत पुलिस कार्य कर रही है।

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