पढ़े लिखे उच्च शिक्षित युवाओं ने बनाई गैंग और तोड़ने लगे ATM

नवप्रवाह न्यूज नेटवर्क

पुणे के करीबी पिंपरी-चिंचवड़ शहर में ATM  फोड़ने वाले आठ लोगों के गिरोह का पर्दाफाश करके पिंपरी-चिंचवड़ क्राइम ब्रांच की टीम ने 8 आरोपियों को सलाखों के पीछे डाल दिया. इस गिरोह द्वारा शहर की 8 ATM  फोडे जाने की जानकारी उजागर हुई है. पुलिस ने गैंग के पास से 72 लाख 10 हजार रुपये नकद, 22 लाख रुपये की प्रॉपर्टी के दस्तावेज तथा 1 लाख 70 हजार रुपये की तीन टू-व्हीलर गाड़ियां जब्त की गईं. जांच में पता चला कि, ATM में कैश लोड करने वाले कर्मचारियों के साथ मिलीभगत करके हाईली एजूकेटेड युवाओं ने वारदातों को अंजाम दिया.

मनोज उत्तम सूर्यवंशी (30, पिंपरी), किरण भानुदास कोलते (35, चिखली), महेश आनंद देवणीकर (30, कात्रज), सागर पोपट तावरे (31, मोरगांव), तुषार कुंडलिक चांदगुड़े (25, मोरेगांव), शंकर बालासाहेब गायकवाड़ (31, कड़ेपठार), आशीष उर्फ सोन्या बापू भालेराव (22, आनंद नगर) व नरसिंग माधव धुमाल (लातूर) गिरफ्तार आरोपियों के नाम हैं. ATM फोड़ने के मामलों की जांच के लिए क्राइम ब्रांच यूनिट-2 के पुलिस इंस्पेक्टर शंकर बाबर व उनके अधिकारियों की दो टीमों का गठन किया गया था. खबरी के जरिए इस केस से जुड़ी जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने पिंपरी में जाल बिछाकर मनोज सूर्यवंशी और किरण कोलते को दबोच लिया. उनसे की गई पूछताछ में वाकड़, देहूरोड, चाकण, निगड़ी, पिंपरी और दिघी पुलिस स्टेशन की सीमा में एक-एक तथा तलेगांव दाभाड़े पुलिस स्टेशन की सीमा में दो ATM फोड़ने के मामले उजागर हुए.

आरोपी मनोज सूर्यवंशी और महेश देवणीकर एटीएम मशीनों से संबंधित सर्विस देने वाली कंपनी में इंजीनियर के रूप में कार्यरत थे तथा किरण कोलते MCM (Masters of Computer Management) कर चुका है. तावरे, चांदगुडे, गायकवाड़, भालेराव और धुमाल एटीएम मशीनों में रकम भरने का काम करते थे. मनोज व महेश ने इन सभी के साथ मिलीभगत करके ATM से पैसे चुराने का प्लान बनाया और 8 ATM से चोरी की.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.