नृपेंद्र कुमार मौर्य। navpravah.com
नई दिल्ली। ‘उन लोगों ने मेरी जैकेट से ही मेरे हाथ बांध दिए। एक महिला कांस्टेबल के दुपट्टे से मेरे पैरों को बांधकर, मुझे एक कमरे के अंदर बंद कर दिया। कुछ देर बाद एक पुलिसवाला आया और मेरी ब्रा हटाकर मेरे ब्रेस्ट पर लगातार लात मारता रहा…।‘ ये आपबीती है भारतीय सेना में नियुक्त एक मेजर की मंगेतर की। महिला ने आरोप लगाया कि जब वो पुलिस थाने में अपने मंगेतर के साथ शिकायत दर्ज कराने गई, तो उसके हाथ पैर बांधकर उसका उत्पीड़न किया गया। बाल पकड़े और मारपीट की गई।
फिर एक पीसीआर आई और उसमें से एक महिला पुलिसकर्मी सहित कुछ पुलिसवाले उनके पास पहुंचे। उन्होंने महिला के मंगेतर से कहा कि वो लिखित में अपनी शिकायत उन्हें दें। हालांकि कुछ देर बाद ही पता नहीं क्यों, पुलिसकर्मियों ने मेजर को हवालात में बंद कर दिया। पीड़ित महिला ने जब कहा कि वो एक आर्मी ऑफिसर को इस तरह सलाखों के पीछे बंद नहीं कर सकते, तो दोनों महिला पुलिसकर्मियों ने उनके बाल पकड़े और मारपीट शुरू कर दी।
सेना के सूत्रों का कहना है कि अधिकारी और उनकी मंगेतर पर भुवनेश्वर में अपने कार्यस्थल से घर लौटते समय बदमाशों के एक समूह ने कथित तौर पर हमला किया था. दंपति का दावा है कि हमलावर तीन कारों में सवार थे, उन्होंने अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया और घटनास्थल से भागने से पहले शारीरिक हिंसा की. एक वाहन का रजिस्ट्रेशन नोट करने के बाद दंपत्ति ने भरतपुर पुलिस स्टेशन में मदद मांगी, उन्हें उम्मीद थी कि जल्द ही कार्रवाई की जाएगी.
पहले तीखी बहस हुई
दंपत्ति ने बताया कि उनकी उम्मीदों के विपरीत, ड्यूटी पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने न केवल तुरंत कार्रवाई करने से इनकार कर दिया, बल्कि इस बात पर भी जोर दिया कि कोई भी कार्रवाई करने से पहले वे लिखित शिकायत दर्ज करें. जब दंपत्ति ने वरिष्ठ अधिकारियों से बात करने के लिए कहा, तो तनाव बढ़ गया, जिसके कारण तीखी बहस हुई.
हाथ-पैर बांधकर कमरे में किया बंद
अपनी आपबीती में पीड़िता ने बताया कि वो बार-बार उनसे खुद को छोड़ने की गुहार लगाती रही, लेकिन दोनों महिला पुलिसकर्मी उन्हें बाल पकड़कर घसीटती हुईं थाने के अंदर ले गईं। इस दौरान एक महिला कांस्टेबल ने उनका गला घोंटने की कोशिश की, जिसपर पीड़िता ने उसके हाथ पर काट लिया। फिर इन लोगों ने पीड़िता के हाथ उनकी जैकेट से और पैर एक महिला कांस्टेबल के दुपट्टे से बांधकर एक कमरे में बंद कर दिया।
महिला की पैंट नीचे कर दिखाया निजी अंग
पीड़िता के मुताबिक, कुछ देर बाद उस कमरे में एक पुलिसवाला आया और उनकी ब्रा उतारने के बाद लगातार उनके ब्रेस्ट पर लात मारने लगा। सुबह करीब 6 बजे थाने के इचार्ज इंस्पेक्टर वहां आए और महिला की पैंट नीचे की। इसके बाद उन्होंने अपनी पैंट उतारी और अपना निजी अंग दिखाते हुए महिला से अश्लील तरीके से बात की। वो लगातार चीखती रहीं, लेकिन कोई उनकी मदद के लिए नहीं आया।
आधे घंटे तक सुनीं मंगेतर की चीखें
आर्मी अफसर ने आरोप लगाया है कि प्रभारी इंस्पेक्टर ने उनकी मंगेतर के साथ यौन उत्पीड़न और छेड़छाड़ की। उन्हें बाहर लगभग 30 मिनट तक अपनी मंगेतर की चीखें सुनाई दीं। अपने आरोपों में उन्होंने ये भी कहा कि जब सुबह 3 बजे वह शिकायत लिख रहे थे, तो चार पुलिसकर्मियों ने उन्हें पकड़ लिया और एक कोठरी में ले गए। यहां उनकी पैंट उतारी गई और पर्स, फोन, आर्मी का आईडी कार्ड सहित कार की चाबी छीन ली गई। मामले में अब ओडिशा पुलिस ने भरतपुर थाने के इंचार्ज दीनाकृष्ण मिश्रा सहित पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है।सेना के एक अधिकारी और उनकी मंगेतर ने ओडिशा पुलिस पर हिरासत में दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है. दोनों का दावा है कि गुंडागर्दी की घटना की रिपोर्ट करने के बाद उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया. सेना के सूत्रों के अनुसार, 14 सितंबर की रात को भरतपुर पुलिस स्टेशन पहुंचे दंपति ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने उन पर शारीरिक हमला किया, छेड़छाड़ किया और गैरकानूनी तरीके से हिरासत में रखा.
हालांकि, उनका दावा है कि मेडिकल रिपोर्ट अभी तक उपलब्ध नहीं कराई गई है. पुलिस स्टेशन लौटने पर दम्पति ने आरोप लगाया कि उन पर माफी मांगने के लिए दबाव डाला गया, जिसे उन्होंने अस्वीकार कर दिया और कहा कि वे कानूनी कार्रवाई करना चाहते हैं .