नई दिल्ली. अभी तक बीजेपी अपने आप को हिदुत्व की सबसे ज्यादा वोट बैंक है. जिसको देखते हुए अब आप पार्टी भी हिंदुत्व की और कदम बढ़ा रही है. बीजेपी की हिंदू वोटरों पर बढ़ती पकड़ को देखते हुए अरविंद केजरीवाल भी यह बात समझ गए हैं कि उन्हें मुस्लिम समर्थक छवि का लेबल खुद पर नहीं लगने देना होगा. इसी का नतीजा है कि उन्होंने हनुमान भक्त बनकर सॉफ्ट हिंदुत्व की दिशा में कदम बढ़ा दिया है. बीजेपी से मुकाबले के लिए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी शिवभक्त तो सपा प्रमुख अखिलेश यादव कृष्ण प्रेम के जरिए सॉफ्ट हिंदुत्व की राह पर चलते नजर आ चुके हैं.दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को सॉफ्ट हिंदुत्व का सियासी लाभ मिला है. केजरीवाल दिल्ली की कुल 70 में 62 सीटें जीतकर सत्ता की हैट्रिक लगाने में कामयाब रहे. दिल्ली की सल्तनत को फतह करने के बाद आम आदमी पार्टी की नजर राष्ट्रीय पटल पर अपनी छाप छोड़ने की है, जिसके लिए केजरीवाल हनुमान भक्त बने रहने के मूड में हैं और AAP नेताओं ने दिल्ली में सुंदरकांड का पाठ करवाना शुरू कर दिया है. केजरीवाल का यह दांव कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों के लिए खतरे की घंटी साबित हो सकता है.
दिल्ली विधानसभा चुनाव में हनुमान की एंट्री किसी और नेता ने नहीं बल्कि अरविंद केजरीवाल ने कराई थी. एक इंटरव्यू में उनसे बस इतना पूछा गया था कि क्या हनुमान चालीसा आती है. ये सवाल सुनते ही केजरीवाल खुद को हनुमान भक्त बताते हुए हनुमान चालीसा गाने लगे. बजरंगबली के मंदिर जाने लगे और दिल्ली चुनाव की जीत के बाद भगवान हनुमान को शुक्रिया बोला. केजरीवाल शपथ ग्रहण वाले दिन भी माथे पर तिलक लगा कर रामलीला मैदान पंहुचे थे. इससे पहले केजरीवाल ने जब दो बार सीएम पद की शपथ ली थी, तब वो तिलक लगा कर मंच पर नहीं दिखे थे.