वर्ल्ड डेस्क। चीन में Coronavirus के केंद्र हुबेई में फंसे 250 से ज्यादा भारतीयों को भारत पहुंचने के बाद 14 दिन तक लोगों से अलग रखा जाएगा। भारतीय दूतावास ने कहा कि उसने भारतीयों को निकालने के लिए तैयारियां शुरू कर दीं हैं। इसके साथ ही, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने भारतीयों को निकालने की एयर इंडिया को मंजूरी दे दी है।
मध्य चीन के हुबेई प्रांत में फंसे अधिकांश भारतीय नागरिकों में छात्र, शोधार्थी और पेशेवर हैं, जो भारतीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों में काम करते हैं। इस प्रांत की राजधानी वुहान है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने मंगलवार को इस घातक वायरस से 31 और लोगों की मौत होने की सूचना दी, जिसके बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर 132 हो गई है। इसी के साथ इस वायरस की वजह से होने वाले निमोनिया के लगभग छह हजार मामलों की पुष्टि हो चुकी है।
फंसे हुए भारतीयों को भेजे संदेश में दूतावास ने कहा है कि चीन के हुबेई प्रांत में कोरोना-2019 वायरस महामारी से उपजी स्थिति से प्रभावित भारतीयों को निकालने के लिए भारत सरकार ने प्रक्रिया शुरू कर दी है। पेइचिंग स्थित भारतीय दूतावास लोगों को निकालने के लिए तारीख और तौर-तरीकों को तय करने के लिए चीनी अधिकारियों के संपर्क में हैं।
दूतावास ने कहा कृपया उन्हें सूचित कर दीजिए, जो चीन से जाने के विकल्प को चुनना चाहते हैं। ऐसे लोगों को भारत पहुंचने के बाद 14 दिन तक अनिवार्य रूप से अलग रहना होगा। भारतीय दूतावास ने ऐसे लोगों की मदद और भारतीय नागरिकों का विवरण हासिल करने के लिए तीन हॉट लाइन शुरू की हैं।