लाइफस्टाइल डेस्क। इस बार का रक्षा बंधन और भी ज्यादा स्पेशल होगा क्योंकि ये 15 अगस्त यानि स्वतंत्रता दिवस के दिन पढ़ रहा है। ऐसा मौका कई साल बाद रहा है। ये दिन लेकर आ रहा है सिलेब्रेशन का दोहरा मौका जहां हम देश प्रेम और भाई-बहन के प्रति प्रेम से सराबोर होंगे।
आपको बता दें कि इस बार का रक्षा बंधन भद्रा के साये से मुक्त होने के कारण बहनें भाईयों को शाम तक राखी बांध सकेंगी। साथ ही इस त्यौहार से पहले गुरु का मार्गी होना इस पर्व की शुभता को और बढ़ा रहा है। श्रावणी पूर्णिमा पर सात 7 साल बाद पंचांग के पांच अंगों की श्रेष्ठ स्थिति बनना भी अपने आप में काफी शुभ रहेगा।
श्रवण नक्षत्र में दिन की शुरुआत होगी, जो 8।30 तक रहेगा। इसके बाद घनिष्ठा नक्षत्र है। सुबह 11 बजे तक सौभाग्य योग और इसके बाद शोभन योग में रक्षाबंधन मनेगा।
साल 2000 में रक्षा बंधन और स्वतंत्रता दिवस एक साथ मनाया गया था। यानि की 19 साल बाद यह त्यौहार एक बार फिर से 15 अगस्त यानि की स्वतंत्रता वाले दिन मनाया जाने वाला है। इस बार रक्षाबंधन पर लगभग 13 घंटे तक शुभ मुर्हूत रहेगा। जबकि दोपहर 1:43 से 4:20 तक राखी बांधने का सबसे शुभ मुहूर्त है।
गुरुवार राखी वाले दिन को पूर्णिमा तिथि व श्रवण नक्षत्र के मिलने से सिद्धि योग भी बन रहा है। इस दिन पूर्णिमा तिथि शाम 4।20 बजे तक रहेगी। इस दिन हयग्रीव जयंती भी है, साथ ही रात में 9।40 से पंचक की शुरुआत हो रही है। पूर्णिमा तिथि पर उत्तरार्ध के भाग में पंचक के नक्षत्र का रात्रि अनुक्रम इस त्योहार की शुभता को कई गुना बढ़ा देता है।
भद्रा का साया नहीं होने के कारण इस बार राखी बांधने के लिए काफी लंबा मुहूर्त रहेगा। बहनें अपने भाईयों को 15 अगस्त की सुबह 5 बजकर 49 मिनट से शाम 6 बजकर 01 मिनट तक राखी बांध सकेंगी। शुभ मुहूर्त दोपहर में साढ़े तीन घंटे रहेगा। चंद्र प्रधान श्रवण नक्षत्र का संयोग बहुत ख़ास रहेगा। रक्षा बंधन पर सुबह श्रवण नक्षत्र की साक्षी रहेगी। इस दिन भगवान श्रवण के पूजन का विशेष महत्व है।