महाराष्ट्र राज्य उच्च माध्यमिक शिक्षण मंडल की ओर से ली जानेवाली बारहवीं की परीक्षा के लिए इस साल एक विशेष टीम गठित की गई है। परीक्षा केंद्र पर देरी से पहुंचने वाले विद्यार्थियों की इस टीम द्वारा जांच की जाएगी। इस दौरान देरी से आने का सही कारण देने पर ही उसे परीक्षा केंद्र में प्रवेश दिया जाएगा।
पिछले साल प्रश्नपत्रिका व्हॉट्सऐप पर वायरल हो गई थी, जिससे बारहवीं बोर्ड में होनवाली इस घटना को रोकना असंभव हो गया था। इस साल भी कुछ इस तरह की घटना न हो, इसलिए यह विशेष टीम गठित की गई है। परीक्षा केंद्र प्रमुख ने यह आदेश दिया है कि देर से आने वाले किसी भी विद्यार्थी को योग्य कारण दिए बिना प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इतना ही नहीं, परीक्षा केंद्र पर मोबाईल और अन्य इलेक्ट्रानिक डिवाइज लाने पर भी सख्त मनाई है। यह नियम न सिर्फ विद्यार्थियों पर लागू होगा, बल्कि प्राध्यापकों को भी इस नियम का पालन करना पड़ेगा। मुंबई से इस परीक्षा के लिए 3 लाख 30 हजार 823 विद्यार्थी बैठेंगे। इसमें 1 लाख 77 हजार 739 लड़के और 1 लाख 53 हजार 84 लड़कियों का समावेश है। परीक्षा में कॉपी करने वाले विद्यार्थियों पर रोक लगाने के लिए प्रत्येक जिले के जिलाधिकारी की अध्यक्षता के अंतर्गत जाँच समिति गठित की गई है। उसी प्रकार से विशेष महिलाओं की टीम भी परीक्षा हॉल के बाहर तैनात होगी। परीक्षा के दौरान प्रत्येक क्लास को केवल 25 प्रश्नपत्रिका दी जाएगी।