लॉकडाउन शुरू होते ही 25 मार्च से पूरे देश में अन्य सभी सेवाओं सहित रेल सेवा भी पूरी तरह से बंद थी. इसके बाद प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के लिए 1 मई से श्रमिक विशेष ट्रेनें शुरू की गई थी. इसके बाद धीरे-धीरे अनलॉक श्रृंखला शुरू होने के बाद देश में करीब 230 ट्रेनों का परिचालन शुरू किया गया. अब लोगों की सुविधा के लिए रेल मंत्रालय जल्द ही और स्पेशल ट्रेनें चलाने की तैयारी कर रहा है। अनलॉक-4 की गाइडलाइन जारी होने के तीन दिन बाद भारतीय रेलवे ने मंगलवार को कहा कि इसके लिए राज्य सरकारों से सलाह ली जा रही है। कितनी ट्रेनें और चलाई जाएंगी, यह राज्यों की मांग पर निर्भर करेगा। रेल मंत्रालय के सीनियर अधिकारी के हवाले से बताया कि रेलवे आने वाले दिनों में 100 और ट्रेनें चलाने की योजना पर काम कर रहा है।
– 1 मई से चलाई गई थीं श्रमिक स्पेशल ट्रेनें
रेलवे ने श्रमिकों के लिए 1 मई से श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई थीं। इनके जरिए देश भर के श्रमिकों को उनके घर तक पहुंचाया गया था। रेलवे ने बताया था कि श्रमिक ट्रेनों का 85% खर्च केंद्र उठा रहा है। 15% खर्च किराए के रूप में राज्य दे रहे हैं।