एंटरटेनमेंट डेस्क। नवप्रवाह डॉट कॉम
मुम्बई | सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद तमाम फ़िल्मी सितारों ने अपने संघर्ष के दिनों के क़िस्से साझा किए। ये सेलेब्स अपने डिप्रेशन को लेकर अब खुलकर बात कर रहे हैं। हाल ही में मनोज वाजपेयी ने भी एक ऐसा वाक़या साझा किया, जिसे सुनकर लोग दंग रह जाएँगे।
राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता ऐक्टर मनोज वाजपेयी संघर्ष के दिनों में ऐसी अवस्था में पहुँच गए थे, जब उन्हें तमाम मुश्किलों ने घेर लिया था। काम मिल नहीं रहा था और ग़ुरबत ऐसी कि वड़ा पाव भी महँगा लगने लगा था। अपने एक इंटर्व्यू में उन्होंने कहा कि अगर उस वक़्त मेरे दोस्त साथ न होते तो शायद मैंने आत्महत्या कर लिया होता।
मनोज ने बताया कि उस दौर में मैं आत्महत्या के बेहद क़रीब था। दोस्त मेरे साथ सोते थे कि कहीं मैं आत्महत्या न कर लूँ। मैं उस समय घर का किराया नहीं दे पा रहा था। मनोज ने बताया कि उन्हें कई तरह की यातनाएँ झेलनी पड़ी। उन्होंने कहा कि एक असिस्टेंट डायरेक्टर ने मेरी फ़ोटो ही फाड़ दिया, उस दौर में बड़ी मुश्किल से पॉर्ट्फ़ोलियो बना था।
मनोज ने बताया कि मैं देखने में बहुत औसत था, इसलिए लोग समझते थे कि मैं कभी हीरो नहीं बन पाउँगा। मेरे पहले शॉट के बाद ही कह दिया गया था, ‘निकल जाओ तुम।’ उस समय मुझे किराया देने में काफी मुश्किल होती थी और मुझे वड़ा पाव तक महंगा लगता था, लेकिन मेरे पेट की भूख मुझे कामयाब होने से कभी नहीं रोक पाई।