एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
बॉलीवुड के जाने माने फिल्ममेकर अनुराग कश्यप ने फिल्म इंडस्ट्री में कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न को लेकर बड़ी बात कही है। कि वर्क प्लसे पर होने वाले यौन शोषण के बारे में लोग इसलिए चुप रहते हैं क्योंकि वो जानते हैं कि जब तक पीड़िता सामने आकर नहीं बोलेगी, तब तक किसी और के बोलने से फर्क नहीं पड़ेगा। इस बात से उन्होंने बॉलीवुड का बचाव भी किया है।
उन्होंने ये भी कहा कि जब वो 19 साल के थे तब उन्होंने इस बारे में बात की थी क्योंकि उनके साथ भी ये हो चुका है। उन्होंने पीटीआई से बातचीत में कहा- जब मैं 19 साल का था। मैंने यौन उत्पीड़न के बारे में बात की थी क्योंकि मैं इससे गुजर चुका था। जब मुझे इस बारे में बात करना था तो मैंने किया था…बहुत समय पहले। मैं आमिर खान के शो में गया था और इस बारे में बात की थी। इसलिए ऐसा नहीं है कि मैंने इस बारे में बात नहीं की है। आज मैंने बोलना छोड़ दिया है क्योंकि अभी किसी को आंदोलन से मतलब नहीं है। सबको हैडलाइन चाहिए।
इतना ही नहीं अनुराग कश्यप ने एक बार फिर उनके साथ हुए यौन उत्पीड़न का जिक्र किया। उन्होंने कहा- यौन उत्पीड़न के बारे में मैंने पहली बार 19 साल की उम्र में आवाज उठाई थी।उन्होंने कहा- मैं 11 साल का था जब मेरा यौन उत्पीड़न हुआ था।
पिछले साल हॉलीवुड प्रोड्यूसर हार्वी विनस्टीन के विरोध में #MeToo कैम्पेन की शुरुआत हुई थी। कई हॉलीवुड सेलेब्स ने सामने आकर हार्वी पर इल्जाम लगाया था। लेकिन बॉलीवुड से ज्यादा लोग अभी इस मामले पर सामने नहीं आए हैं। कुछ ही लोगों ने इंड्स्ट्री में हो रहे कास्टिंग काउच पर बोला है, लेकिन बिना किसी का नाम लिए हुए।
अनुराग ने इस बारे में कहा- कहीं भी, ऐसा कैम्पैन तभी सफल होगा, जब पीड़िता सामने आकर बोलेंगी। इसके बाद ही लोग पीड़िता के समर्थन में खड़े हो सकते हैं। यदि पीड़िता ही कुछ नहीं बोलेगी तो कोई और कुछ नहीं बोल सकता। उन्होंने मीडिया पर आरोप लगाते हुए कहा कि मीडिया को सिर्फ बॉलीवुड ही दिखता है। जबकि सेक्शुअल हैरेसमेंट हर जगह है।