सुनील यादव | Navpravah.com
यूपी बोर्ड से पढ़कर निकलने वाले छात्र-छात्राओं को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अब तैयारी करने में आसानी होगी। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने यूपी बोर्ड में एनसीईआरटी की किताबें चलाने को हरी झंडी दे दी है। उन्होंने कहा कि अब यूपी बोर्ड में अगले सत्र से प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए राष्ट्रिय शैक्षिक अनुसंधान एवं परिक्षण परिषद् (एनसीईआरटी) की किताबें चलेंगी।
यूपी बोर्ड के विद्यालयों में एनसीईआरटी की किताबें लागू करने की योजना पर काम वर्ष 2016 से चल रहा था। बोर्ड जुलाई 2017 से शुरू हो रहे सत्र में इस पाठ्यक्रम को लागू करने की तैयारी में था, लेकिन नौ से 12 तक की कक्षाओं में विद्यार्थियों की भारी संख्या और उसके हिसाब से समय पर किताबें प्रकाशित करा पाना संभव न हो पाने के कारण इसे लागू कर पाने में देरी हुई, पर अब शिक्षा मंत्री दिनेश शर्मा ने इसे हरी झंडी दे दी है। अगले सत्र से यूपी बोर्ड में एनसीईआरटी की किताबें चलनी शुरू हो जाएंगी।
बता दें कि विद्यालयों में एनसीईआरटी की किताबें लागू करने की योजना इसलिए भी बनाई है, क्योंकि प्रतियोगी परीक्षाओं में विद्यार्थियों की तैयारी प्रारंभिक स्तर से ही हो सके। एनसीईआरटी की किताबों की शैक्षिक गुणवत्ता भी बेहतर होती है। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र भी एनसीईआरटी की किताबों को ही प्राथमिकता देते हैं, क्योंकि इन परीक्षाओं में काफी सवाल एनसीईआरटी के पाठ्यक्रमों से शामिल किए जाते हैं।