एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन ने भले ही निवेशकों को खूब आकर्षित किया है, लेकिन इजराइल के केंद्रीय बैंक ने इसका बहिष्कार किया है। इजराइल ने इसे करेंसी मानने से साफ़ इनकार कर दिया है।
इजराइल के केंद्रीय बैंक के डिप्टी गवर्नर नदाइन वाउदोत ट्राजटेनबर्ग ने वित्तीय मामलों की संसदीय समिति के सामने कहा है कि इजराइल बिटकॉइन को बैंक करेंसी नहीं, केवल एक वित्तीय संपत्ति मानता है। ट्राजटेनबर्ग ने कहा कि कुछ ग्राहकों की ओर से यह शिकायत आई थी कि बिटकॉइन खरीदने के लिए खाते से पैसे ट्रांसफर ही नहीं हो रहे हैं, वहीं ट्राजटेनबर्ग ने अपने बयान में कहा है कि जब बैंक इसे करेंसी मानता ही नहीं, तो राशि ट्रांसफर होने पर सवाल ही नहीं उठता।
ट्राजटेनबर्ग ने यह भी कहा कि बिटकॉइन के दाम में हाल के दिनों में काफी तेज उतार-चढ़ाव आया है। ऐसे में इसके लेनदेन को लेकर मानक बनाना केंद्रीय बैंक के लिए बेहद मुश्किल है। उन्होंने कहा कि इस स्थिति में बिटकॉइन में निवेश डूबने पर केंद्रीय बैंक की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी और निवेशक खुद इसके लिए जिम्मेदार होंगे। ट्राजटेनबर्ग ने कहा कि अन्य देशों के केंद्रीय बैंकों ने भी इसे मान्यता नहीं दी है।
बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टो करेंसी को लेकर रिजर्व बैंक वर्ष 2013 से ही निवेशकों को आगाह करता रहा है। आरबीआई यह कह चुका है कि देश में इसको मान्यता नहीं है और ऐसे में इसमें कमाई डूबने पर निवेशक खुद जिम्मेदार होंगे। दिसंबर में देश में आयकर विभाग ने कई एक्सचेंजो पर छापा भी मारा था।
ज्ञात हो कि बिटकॉइन की कीमत दिसंबर में 20 हजार डॉलर के करीब पहुंच गई थी, लेकिन तेज उतार-चढ़ाव में एक समय यह टूटकर 12,000 डॉलर के करीब आ गया था। सोमवार को इसका भाव 15,000 डॉलर के करीब था।