सौम्या केसरवानी। Navpravah.com
यूपी बोर्ड हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा में प्रभावी अंकुश लगाने की तैयारी में है। इसके लिए सिर्फ कड़े नियम बनाकर या फिर केंद्र निर्धारण पारदर्शी तरीके से करने भर से नकल नहीं रुकने वाली है। इसके लिए नकल माफिया पर पुख्ता नकेल कसने के लिए यूपी बोर्ड उत्तर पुस्तिकाओं की बार कोडिंग कराने की तैयारी कर रही है।उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने वीडियो कांफ्रेसिंग के दौरान ये निर्देश दिए हैं कि सभी परीक्षा केन्द्रों के सीसीटीवी 15 जनवरी तक क्रियाशील किए जाएं।
परीक्षा के दौरान प्रबन्ध तंत्र का कोई भी व्यक्ति परीक्षा केन्द्र के 200 मीटर के दायरे में न रहे। परीक्षार्थियों की उत्तर पुस्तिका की अदला-बदली न हो सके, इसके लिए सभी परीक्षार्थियों की उत्तर पुस्तिका पर कोडिंग की व्यवस्था की जाएगी। बोर्ड अफसरों को यह पुख्ता सूचनाएं हैं कि परीक्षाओं में नकल माफिया अपनों को उत्तीर्ण कराने का हर जतन करते हैं। इसमें कॉपियों की अदला-बदली का खेल तमाम प्रयासों के बाद भी रुक नहीं रहा है, इसलिए ये व्यस्था की जायेगी।
बोर्ड अपने प्रमाणपत्र और प्रवेश पत्र तक की बार कोडिंग करा चुका है। वह प्रयोग सफल रहा है, इसलिए इस बार उत्तर पुस्तिकाएं बार कोडिंग की दिशा में बढ़ा है। बोर्ड का मानना है कि धीरे-धीरे सभी जिलों में बार कोड वाली कॉपियों पर ही परीक्षा कराई जाएगी।
अपर मुख्य सचिव संजय अग्रवाल ने निर्देश दिए हैं कि प्रयोगात्मक परीक्षा 13 जनवरी तक हर हालत में सम्पन्न करा ली जाए। बोर्ड के सचिव को निर्देश दिये हैं कि जिन परीक्षकों की अनुपस्थिति के कारण परीक्षार्थी प्रयोगात्मक परीक्षा नहीं दे पाये, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।