राजेश सोनी | Navpravah.com
अब अगर आपके खाने में मिलावट पाई जाती है, तो आपको बिलकुल भी चिंता करने की जरूरत नहीं है। आपके अपने खाने की जांच कराना अब देश में बहुत आसान हो गया है। अगर आपको अपने खाने की शुद्धता पर शक है, तो आपको अब घबराने की जरुरत नहीं है। अब आप अपने खाने की जांच किसी भी सरकारी प्रयोगशाला में करा सकते हैं। अगर आपका खाना शुद्धता के मापदण्डों पर खरा नहीं उतरता है, तो उस खाने की पूरी कीमत आपको FSSAI भुगतान करेगा।
आप अगर बाजार से कुछ खाने का समान खरीदते हैं और उसमें कोई दिक्कत आती है, तो आपको फ़ूड इंस्पेक्टर के आने का इंतजार नहीं करना है। अब फ़ूड रेगुलेटर एफएसएसएआई देश के लोगों को खाने-पीने की चीजों के लिए जागरूक बना रहा है। अब देश में कोई भी व्यक्ति खाने-पीने की चीजों की शुद्धता की जांच किसी भी नेशनल एक्रेडिटेशन बोर्ड फॉर टेस्टिंग एंड कैलिब्रेशन प्रयोगशाला से मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला में करा सकता है। अगर प्रयोगशाला में जांच के दौरान उस व्यक्ति के खाने में मिलावट पाई जाती है, तो उसका पूरा भुगतान एफएसएसएआई करेगा। उस व्यक्ति के मिलावटी खाने के सैंपल को एफएसएसएआई आगे की कार्रवाई करने के लिए अपने पास रख लेगा।
अलग-अलग प्रयोगशाला की जाँच में अंतर न हो, इसके लिए एफएसएसएआई 15 स्टेट लैब का नेटवर्क तैयार कर रहा है और इन्हीं प्रयोगशाला की जाँच को वैध करार दिया जाएगा। देश में इन प्रयोगशालाओं को तैयार करने में करीब 500 करोड़ रुपयों का खर्च किया जाएगा। इसका असर यह होगा कि देश में सारी फ़ूड कंपनियां खाने की शुद्धता को लेकर और सावधानी बरतेंगी। देश में वर्तमान में करीब 250 प्रयोगशाला हैं।