एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आरएल हांगलू की महिला के साथ कथित आपत्तिजनक वाट्सएप चैटिंग और कथित ऑडियो टेप प्रकरण में अब नया मोड़ आ गया है।
इस मसले को लेकर कुलपति प्रो. हांगलू के खिलाफ इविवि के छात्र तो आंदोलित थे ही अब इविवि शिक्षक संघ और इविवि संघटक महाविद्यालय शिक्षक संघ के पूर्व पदाधिकारियों ने भी उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
इन पूर्व पदाधिकारियों ने इविवि के मौजूदा हालात के संदर्भ में बैठक करने के बाद राष्ट्रपति एवं इविवि के विजिटर रामनाथ कोविंद को खुला पत्र लिखा है, इस पत्र में कुलपति प्रो. हांगलू की कथित आपत्तिजनक चैटिंग और ऑडियो टेप प्रकरण के साथ ही कई और गंभीर प्रकरणों का जिक्र किया गया है।
पत्र में लिखा गया है कि उच्च शिक्षा के नियामकों द्वारा कुलपति प्रो. हांगलू की दोषपूर्ण कार्य प्रणाली तथा अनियमितताओं पर जो चुप्पी साधी गई है उसके संबंध में कई अफवाहें प्रचारित हैं।
खुले पत्र में एचआरडी मंत्रालय की ओर से इविवि में जांच के लिए भेजी गई प्रो. गौतम देसी राजू कमेटी की रिपोर्ट में कुलपति को लेकर की गई टिप्पणी का जिक्र भी किया गया है, कहा गया है कि कमेटी ने अपनी टिप्पणी में कहा था कि कुलपति निश्चित तौर पर साहसी व्यक्ति हैं लेकिन उनमें नेतृत्व क्षमता का अभाव है।
यह खुला पत्र आटा के पूर्व उपाध्यक्ष प्रो. आरसी त्रिपाठी, पूर्व अध्यक्ष प्रो. रंजना कक्कड़, प्रो. जीसी त्रिपाठी, प्रो. रामकिशोर शास्त्री, पूर्व महासचिव प्रो. महेश चंद्र चट्टोपाध्याय, प्रो. विनय चंद्र पांडेय, प्रो. अरुण कुमार श्रीवास्तव, पूर्व उपाध्यक्ष प्रो. उमाशंकर राय तथा ऑक्टा के पूर्व उपाध्यक्ष डॉ. सुनील सिन्हा, सीएमपी डिग्री कॉलेज शिक्षक संघ की अध्यक्ष डॉ. हेमलता श्रीवास्तव, सीएमपी डिग्री कॉलेज के डॉ. प्रदीप कुमार वर्मा और डॉ. दिनेश कुमार श्रीवास्तव की ओर से भेजा गया है।