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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने रोजगार के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। चिदंबरम ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कई ट्वीट किए हैं। उन्होंने अपने ट्वीट में पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए लिखा कि अगर पकौड़ा बेचना नौकरी है तो फिर भीख मांगने को भी रोजगार के विकल्प के तौर पर ही देखना चाहिए।
गुस्साए चिदंबरम ने एक के बाद एक अपने ट्वीट्स में लिखा कि सरकार नौकरियों के अवसर पैदा करने के मामले में पूरी तरह फेल है। दरअसल चिदंबरम ने पीएम मोदी के उस बयान पर तंज कसा, जिसमें कुछ दिन पहले एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा था की अगर एक आदमी पकौड़े बेचता है और शाम को 200 रुपये लेकर घर पहुंचता है तो क्या उसे रोजगार माना जाएगा या नहीं? प्रधानमंत्री के इस बयान का विपक्ष के नेताओं समेत सोशल मीडिया पर भी मजाक बनाया गया था।
इतना ही नहीं चिदंबरम ने आगे अपने ट्वीट में लिखा कि मुद्रा योजना में 43 हजार का लोन लेकर एक व्यक्ति को रोजगार सृजक बनाने का दावा किया गया था। लेकिन, ऐसा कोई व्यक्ति नहीं दिखता, जिसने इतने निवेश में एक भी रोजगार पैदा किया हो। चिदंबरम ने एक और ट्वीट में लिखा कि एक अन्य मंत्री का कहना है कि मनरेगा मजदूरों को भी नौकरी करने वालों में गिनना चाहिए। अगर वह जॉब है तो क्या सिर्फ 100 दिन के लिए है और बाकी 265 दिन उन्हें बेरोजगार रहना पड़ता है।
गौरतलब है कि हाल ही में पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने भी पीएम मोदी के इस बयान पर तंज कसा था। हार्दिक ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि केवल एक ‘चायवाला’ ही बेरोजगार युवाओं को पकौड़े बेचने की सलाह दे सकता है। अर्थशास्त्री ऐसा सुझाव नहीं नहीं दे सकता है।