सौम्या केसरवानी । Navpravah.com
नोटबंदी के दौरान बैंकों में मोटी रकम जमा करने वालों के लिए नए साल की शुरुआत फीकी साबित हो सकती है। नए साल के जनवरी महीने में उन लोगों को नोटिस भेजा जाएगा, जिन्होंने नोटबंदी के दौरान बैंकों में जमा की गई रकम का हिसाब नहीं दिया था।
आयकर विभाग जनवरी से उन आयकरदाताओं का पूर्ण आकलन शुरू करेगा, जिन्होंने नोटबंदी के बाद ‘संदिग्ध’ धन बैंकों में जमा कराया है, लेकिन अभी तक अपना आयकर रिटर्न जमा कराने में विफल रहे हैं। एक अधिकारी के मुताबिक, ऐसे मामले जिनमें नोटिसों का जवाब मिल गया है, उनका अभी विश्लेषण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने अपने कालेधन को सफेद दिखाने और कर चोरी का प्रयास किया है, उनके खिलाफ अभियोजन चलाया जाएगा।
आंकड़ा विश्लेषण और स्वच्छ धन अभियान के ऑनलाइन सत्यापन के पहले चरण के तहत जुटाई गई सूचनाओं के आधार पर 18 लाख लोगों की सूची बनाई गई है। जिन्होंने नोटबंदी की अवधि 8 नवंबर से 30 दिसंबर, 2016 के दौरान अपने बैंक खातों में उल्लेखनीय नकदी जमा कराई है, लेकिन उन्होंने अभी तक 2017-2018 आकलन वर्ष के लिए आयकर रिटर्न जमा नहीं कराया है।