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Sunday, April 28, 2024
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BREAKING: दिल्ली शराब नीति केस में आप नेता संजय सिंह को मिली जमानत

संवाददाता | navpravah.com

नई दिल्ली | दिल्ली शराब घोटाले मामले में संजय सिंह को सुप्रीम कोर्ट से 6 महीने के बाद अब जमानत मिल गई है. कोर्ट ने कहा कि ट्रायल कोर्ट जमानत की शर्तें तय करेगा. इस जमानत को मिसाल नहीं माना जाएगा. ईडी ने भी जमानत का विरोध नहीं किया और कहा कि उन्हें जमानत दी जा सकती है. अब संजय सिंह राजनीतिक गतिविधियां कर सकेंगे.

ईडी से पूछा था सवाल-

इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने ईडी से पूछा था कि क्या सिंह को और कुछ समय के लिए हिरासत में रखने की जरूरत है? सुप्रीम कोर्ट ने ईडी से कहा था कि अगर दिल्ली आबकारी नीति घोटाला मामले में आप नेता संजय सिंह की हिरासत की जरूरत है तो लंच ब्रेक के बाद इससे उसे अवगत कराया जाए.

इसके अलावा शीर्ष अदालत ने कहा कि आप नेता संजय सिंह छह महीने जेल में बिता चुके हैं और उनके खिलाफ दो करोड़ रुपये की रिश्वत लेने का आरोप है. इन आरोपों की जांच ट्रायल के दौरान की जा सकती है.

शराब नीति मामले में अरविंद केजरीवाल हैं तिहाड़ जेल में-

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी दिल्‍ली शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में तिहाड़ जेल में पहुंच गए हैं. संजय सिंह, मनीष सिसोदिया और के. कविता पहले से ही इस मामले में जेल में कैद हैं. केजरीवाल को 21 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया था और वह 10 दिनों तक उसकी हिरासत में रहे. प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत खत्म होने के बाद उन्हें विशेष न्यायाधीश कावेरी बावेजा की अदालत में पेश किया गया. ईडी ने उनकी 15 दिन की न्यायिक हिरासत का अनुरोध करते हुए कहा कि उन्होंने ‘बिल्कुल भी सहयोग नहीं किया. अदालत ने ईडी की याचिका मंजूर कर ली थी.

अजय निषाद ने भाजपा का साथ छोड़, कांग्रेस का ‘हाथ’ थामा

संवाददाता | navpravah.com

नई दिल्ली | लोकसभा चुनाव 2024 में टिकट कटने से नाराज बिहार के मुजफ्फरपुर से सांसद अजय निषाद ने बीजेपी छोड़ दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर इसकी घोषणा की। इसके कुछ देर बाद ही दिल्ली में उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली।

अजय निषाद ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से कहा कि उनके साथ छल हुआ है। इससे वह दुखी हैं। इसलिए बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं। अब कांग्रेस उन्हें मुजफ्फरपुर से लोकसभा का उम्मीदवार बना सकती है। बता दें कि बीजेपी ने इस चुनाव में अजय निषाद का टिकट काट दिया था। उनकी जगह मुजफ्फरपुर से राम भूषण निषाद को प्रत्याशी बनाया गया है। अजय इससे नाराज चल रहे थे।

सांसद अजय निषाद ने मंगलवार को दिल्ली स्थित कांग्रेस कार्यालय में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इस दौरान बिहार के कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह, प्रदेश प्रभारी मोहन प्रकाश एवं अन्य नेता मौजूद रहे। इस दौरान अखिलेश सिंह ने कहा कि अजय निषाद को बीजेपी में घुटन हो रही थी।हालांकि, मुजफ्फरपुर से उनकी उम्मीदवारी को लेकर मंगलवार को कोई घोषणा नहीं की गई।

उनके पिता कैप्टन जय नारायण निषाद ने नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनने के लिए यज्ञ करवाया। यज्ञ के बाद वे भाजपा के टिकट पर पहली बार मुजफ्फरपुर लोकसभा क्षेत्र से 2014 में चुनाव लड़े और कांग्रेस प्रत्याशी अखिलेश सिंह को उन्होंने हराया। 2019 में भाजपा ने एक बार फिर अजय निषाद पर विश्वास जताते हुए उन्हें दोबारा से टिकट दिया और इस बार उन्होंने विकासशील इंसाफ पार्टी के प्रत्याशी राज भूषण चौधरी निषाद को भारी मतों से हरा दिया। जिस राज भूषण चौधरी निषाद को उन्होंने हराया था। उन्हें ही बीजेपी ने इस बार टिकट दे दिया।

चुनाव से पहले बड़ी राहत, एलपीजी के दाम हुए कम

संवाददाता | navpravah.com

नई दिल्ली | तेल कंपनियों ने 19 किलो कमर्शियल सिलेंडर और पांच किलो एफटीएल (फ्री ट्रेड एलपीजी) सिलेंडर की कीमतें कम कर दीं हैं। सूत्रों ने बताया कि 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल सिलेंडर की कीमत अब 30.50 रुपये कम की गई है। दिल्ली में एक अप्रैल से इसकी कीमत 1764.50 होगी। पांच किलो एफटीएल की कीमत अब 7.50 रुपये कम हो गई है।

एक मार्च को तेल कंपनियों ने एलपीजी सिलेंडरों की कीमतों में बढ़ोतरी की घोषणा की थी। 19 किलो कमर्शियल सिलेंडर की कीमतें 25 रुपये बढ़ा दी गई थी, जिसके बाद इसका दाम बढ़कर 1795 प्रति सिलेंडर हो गया था। बता दें कि एक फरवरी को इंडेन गैस सिलेंडर की कीमतें मेट्रो शहर दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में अलग अलग थी। एक मार्च के बाद से सभी मेट्रो शहरों में इंडेन गैस सिलेंडर की कीमतों में वृद्धि देखी गई।

सरकार ने बढ़ाया था घरेलू कच्चे तेल पर अप्रत्याशित लाभ कर-

मार्च में सरकार ने घरेलू स्तर पर उत्पादित कच्चे तेल पर अप्रत्याशित लाभ कर को 3,300 रुपये प्रति टन से बढ़ाकर 4,600 रुपये प्रति टन कर दिया था। यह कर विशेष अतिरिक्त उत्पाद शुल्क (एसएईडी) के रूप में लगाया जाता है। अधिसूचना के मुताबिक, घरेलू कच्चे तेल पर अप्रत्याशित लाभ कर बढ़ाया गया था, लेकिन डीजल के निर्यात पर लगने वाले कर को 1.50 रुपये प्रति लीटर से घटाकर शून्य कर दिया गया था। इसके अलावा पेट्रोल और विमान ईंधन (एटीएफ) पर लगने वाले कर को पहले की तरह शून्य रखा गया था। हालांकि, फिलहाल सिलेंडर की कीमतों को कम करने के कारणों का पता नहीं चल पाया है।

इससे पहले महिला दिवस के दिन केंद्र सरकार ने घरेलू सिलेंडर की कीमतों में कमी का ऐलान किया था। अभी दिल्ली में घरेलू गैस सिलेंडर 803 रुपये का मिल रहा है। वहीं उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को 300 रुपये सब्सिडी मिलती है। ऐसे में उन्हें 503 रुपये में सिलेंडर मिलता है।

प्रधानमंत्री ने भरी चुनावी हुंकार, मेरठ में इंडी गठबंधन पर जमकर बरसे

संवाददाता | navpravah.com

नई दिल्ली | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेरठ में जनसभा कर चुनावी शंखनाद किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि मेरठ की धरती क्रांति और क्रांतिवीरों की धरती है। इस धरती ने चौधरी चरण सिंह जैसे महान सपूत देश को दिए हैं। हमारी सरकार को उन्हें भारत रत्न देने का सौभाग्य मिला है। मैं चौधरी साहब को आदर पूर्वक श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ।

उन्होंने कहा कि मेरा इस धरती से अलग ही रिश्ता है। 2014 और 2019 में मैंने अपने चुनाव अभियान की शुरुआत मेरठ से की थी। अब 2024 के चुनाव की पहली रैली मेरठ में ही हो रही है। 2024 का चुनाव सिर्फ एक सरकार बनाने के चुनाव नहीं है। कौन सांसद बने कौन न बने, इसका चुनाव नहीं है, इस बार का चुनाव विकसित भारत बनाने के लिए है। 2024 का जनादेश भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक महाशक्ति बनाएगा।

वहीं इस रैली के दौरान पीएम मोदी ने मंच से चौधरी चरणसिंह को याद कर भाषण की शुरुआत की और कहा कि मेरठ से मेरा खास रिश्ता है। पिछली बार भी औघड़नाथ की इसी धरती से रैली का आगाज करने का सौभाग्य मिला था। पीएम मोदी ने कहा कि जब भारत दुनिया में नंबर तीन पर पहुंचेगा, तो देश में गरीबी तो दूर होगी ही और साथ-साथ एक सामर्थ्यवान, एक सशक्त देश बनेगा।

उन्होंने कहा कि मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ काम कर रहा हूं, इसलिए कुछ लोग अपना आपा खो बैठे हैं। मैं कहता हूं कि मोदी की गारंटी कहती है कि भ्रष्टाचार हटाओ, वो कहते हैं भ्रष्टाचारी बचाओ, ये चुनाव दो खेमों की लड़ाई है। एनडीए भ्रष्टाचार हटाने के लिए मैदान में है। दूसरा इंडिया ब्लॉक भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए मैदान में है। उन्होंने कहा कि मेरा भारत मेरा परिवार है। मैं भ्रष्टाचारियों के खिलाफ बहुत बड़ी लड़ाई लड़ रहा हूं। इसलिए बड़े-बड़े भ्रष्टाचारी आज सलाखों के पीछे हैं। सुप्रीम कोर्ट से भी जमानत नहीं मिल रही है। इसलिए इन भ्रष्टाचारियों को कोर्ट के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। पीएम ने कहा कि मैं ऐसे लोगों पर सिर्फ कार्रवाई ही नहीं कर रहा, बल्कि इन बेईमानों ने जिसका धन लूटा है, उस धन को मैं लौटा भी रहा हूं. पीएम ने कहा कि मैं भ्रष्टाचारियों से कह रहा हूं कि मोदी पर चाहे कितने भी हमले करें। मोदी झुकने वाला नहीं है। भ्रष्टाचारी कितना ही बड़ा क्यों न हो, एक्शन जरूर होगा। जिसने देश को लूटा है, उसे लौटाना ही होगा 

इंडिया गठबंधन की रैली आज, सुनीता केजरीवाल भी होंगी शामिल


आज यानी रविवार को विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की दिल्ली में मेगा रैली हो रही है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी सहित कई मुद्दों को लेकर विपक्ष रामलीला मैदान में महारैली का आयोजन कर रहा है। इस रैली के जरिये विपक्ष सरकार पर सबसे बड़ा हमला करने की कोशिश में है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने रैली को लेकर कहा कि झारखंड के पूर्व सीएम केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई, हेमंत सोरेन, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी समेत कई और मुद्दों को लेकर विपक्ष बड़ा आंदोलन कर रहा है।

विपक्ष के शीर्ष नेता करेंगे शिरकत

रविवार को होने वाली रैली में, मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, भगवंत मान, अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव सहित भारत के शीर्ष नेता रविवार को रामलीला मैदान की रैली में भाग लेंगे, इसे लोकसभा चुनाव से ठीक पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की पृष्ठभूमि में शक्ति प्रदर्शन, और विपक्षी एकता के रूप में देखा जा रहा है। पार्टी उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा कि “लोकतंत्र बचाओ” रैली में नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला भी शामिल होंगे। आम आदमी पार्टी के एक नेता ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री की पत्नी सुनीता केजरीवाल के भी इसमें शामिल होने की संभावना है।

वहीं, इंडिया गठबंधन की रैली को लेकर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा है कि केंद्र सरकार के मनमाने रवैये के खिलाफ विपक्ष एकजुट होकर मेगा रैली का आयोजन कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस रैली का मकसद लोकतंत्र को बचाना है। जयराम रमेश ने कहा कि यह रैली व्यक्ति केंद्रित और एक पार्टी की रैली नहीं है, बल्कि देश में लोकतंत्र बचाने के अभियान में शामिल 27 से 28 पार्टियां इसमें शामिल होंगी। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि विपक्षी दलों के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई से साफ जाहिर होता है कि प्रधानमंत्री विपक्ष को राजनीतिक और आर्थिक तौर पर खत्म करना चाहते हैं। इस रैली में विपक्षी नेता महंगाई, बेरोजगारी और ध्रुवीकरण की राजनीति, केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग, चुनावी बॉन्ड और अन्य मुद्दों पर अपनी बात रखेंगे।

जायजा लेने आते रहे नेता

रामलीला मैदान में आप पार्टी के नेताओं का भी आना-जाना लगा रहा। वह यहां की पल-पल की जानकारी व जायजा लेने आते दिखे। इसमें दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय, विधायक दिलीप पांडेय समेत दूसरे नेता मौके पर पहुंचे। दूसरी तरफ आप नेता लोगों को महारैली में शामिल होने के लिए अपील भी की। गोपाल राय ने कहा कि महारैली को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। रविवार दिल्ली समेत देश के दूसरे हिस्से से आम लोग रामलीला मैदान की तरफ कूच करेंगे। वहीं, इंडिया गठबंधन का शीर्ष नेतृत्व भी यहां मौजूद रहेगा।

 

 

 

 

‘चाचा भतीजे’ में बन गई बात, एनडीए छोड़कर नहीं जायेंगे पशुपति पारस

ब्यूरो | navpravah.com

नई दिल्ली | बिहार में NDA की सीट शेयरिंग में आरएलजेपी प्रमुख पशुपति पारस के हाथ खाली रहे थे। उन्हें गठबंधन में एक भी सीट नहीं मिली थी। इसके बाद अटकलों का बाजार गर्म हो गया था। कहा जा रहा था कि पशुपति पारस अब बागी तेवर दिखा सकते हैं और वह इंडिया ब्लॉक में जा सकते हैं, लेकिन अब पशुपति पारस ने साफ कह दिया है कि वह एनडीए के साथ ही रहेंगे।

उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि हमारी पार्टी रालोजपा, एनडीए का अभिन्न अंग है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमारे भी नेता है और उनका निर्णय हमारे लिए सर्वोपरि है।

बता दें, पशुपति पारस ने बीते दिनों केंद्रीय कैबिनेट से इस्तीफा देने के बाद अपने X अकाउंट से मोदी का परिवार हटा लिया था। पशुपति पारस ने सोशल साइट X पर पोस्ट शेयर कर लिखा है- हमारी पार्टी रालोजपा, एनडीए का अभिन्न अंग है! माननीय प्रधानमंत्री आदरणीय श्री जी हमारे भी नेता है और उनका निर्णय हमारे लिए सर्वोपरि है एवं उनके नेतृत्व में एनडीए पूरे देश में 400+ सीट जीतकर तीसरी बार रिकॉर्ड तोड़ बहुमत से NDA की सरकार बनेगी।

दरअसल पशुपति कुमार पारस की पार्टी रालोजपा को लोकसभा में एक भी सीट नहीं मिली है। एनडीए सीट शेयरिंग के दौरान पशुपति पारस को एक भी सीट नहीं मिलने के बाद पारस ने केंद्रीय कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था। लेकिन, अब पशुपति पारस x पर पोस्ट कर साफ किया है वह एनडीए में ही बने रहेंगे।

भारत रत्न चौधरी चरण सिंह: विधायक से प्रधानमंत्री तक का सफर

नृपेंद्र कुमार मौर्या | navpravah.com

नई दिल्ली | देश के पूर्व पीएम और किसानों के मसीहा चौधरी चरण सिंह को सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मरणोपरांत चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया है। बता दें कि नई दिल्ली में हुए कार्यक्रम में चौधरी चरण सिंह के पोते जयंत चौधरी ने ये सम्मान ग्रहण किया है। चौधरी चरण सिंह को सम्मान मिलने पर बीजेपी के दिग्गज नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है।

किसान परिवार में जन्म-

चरण सिंह का जन्म 1902 में उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के नूरपुर में एक मध्यम वर्गीय किसान परिवार में हुआ था। उन्होंने 1923 में विज्ञान से स्नातक की एवं 1925 में आगरा विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की। कानून में प्रशिक्षित चरण ने गाजियाबाद से अपने पेशे की शुरुआत की। वे 1929 में मेरठ आ गये और बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए।

1937 में पहली बार विधायक बने-

चरण सिंह सबसे पहले 1937 में छपरौली से उत्तर प्रदेश विधानसभा के लिए चुने गए एवं 1946, 1952, 1962 एवं 1967 में विधानसभा में अपने निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। वे 1946 में पंडित गोविंद बल्लभ पंत की सरकार में संसदीय सचिव बने और राजस्व, चिकित्सा एवं लोक स्वास्थ्य, न्याय, सूचना इत्यादि विभिन्न विभागों में कार्य किया। जून 1951 में उन्हें राज्य के कैबिनेट मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया एवं न्याय तथा सूचना विभागों का प्रभार दिया गया। बाद में 1952 में वे डॉ. सम्पूर्णानन्द के मंत्रिमंडल में राजस्व एवं कृषि मंत्री बने। अप्रैल 1959 में जब उन्होंने पद से इस्तीफा दिया, उस समय उन्होंने राजस्व एवं परिवहन विभाग का प्रभार संभाला हुआ था।

सी.बी. गुप्ता के मंत्रालय में वे गृह एवं कृषि मंत्री (1960) थे। सुचेता कृपलानी के मंत्रालय में वे कृषि एवं वन मंत्री (1962-63) रहे। उन्होंने 1965 में कृषि विभाग छोड़ दिया एवं 1966 में स्थानीय स्वशासन विभाग का प्रभार संभाल लिया। 1971 के लोकसभा चुनाव में चौधरी चरण सिंह मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट से चुनाव हार गए थे। उस चुनाव में उन्हें सीपीआई के विजयपाल सिंह ने 50,279 वोट से हराया था। इसके बाद आपातकाल लगा, चुनाव टले। 1977 में जब चुनाव हुए तो चौधरी चरण सिंह मुजफ्फरनगर की जगह बागपत सीट से चुनाव में उतरे। इस चुनाव में उन्होंने 1,21,538 से बड़ी जीत दर्ज की। बाद में देश के प्रधानमंत्री की कुर्सी पर भी बैठे। एक और बात 1971 में चौधरी चरण सिंह को हराने वाले विजय पाल सिंह 1977 में अपनी जमानत तक नहीं बचा सके। उन्हें महज 8,146 वोट से संतोष करना पड़ा था। तब मुजफ्फरनगर सीट से लोकदल के सईद मुर्तजा जीतने में सफल रहे थे।

यूपी में मना जश्न-

नई दिल्ली में किसान नेता चौधरी चरण सिंह को मरणोपरांत भारत रत्न मिलने पर लखनऊ में हजरतगंज स्थित राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश कार्यालय पर कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे को मिठाईयां खिलायी। राष्ट्रीय लोकदल के कार्यकर्ता हाथों में मिठाई का डिब्बा लेकर कार्यालय के बाहर निकले और लोगों में भी मिठाई बांटी।

राष्ट्रीय लोकदल के कार्यालय पर भारत रत्न चौधरी चरण सिंह की मूर्ति पर माला पहना कर पार्टी कार्यकर्ताओं ने अपने नेता जयंत चौधरी को बहुत बहुत बधाई दी। इस अवसर पर प्रवक्ता अनिल दुबे ने कार्यकर्ताओं के सामने अपनी बातों को रखा।

प्रवक्ता अनिल ने कहा कि चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न मिला है, ये हम सभी के गौरवान्वित होने का पल है। यह एक ऐतिहासिक पल है। यह ‘भारत रत्न’ का सम्मान भारत के खेत-खलिहानों, मजदूर किसानों को मिला है।

प्रदेश कार्यालय पर जुटे कार्यकर्ताओं ने प्रवक्ता अनिल दुबे की भावनाओं पर सहमति जताते हुए अपनी बातों को भी रखा। राष्ट्रीय लोकदल के कार्यकर्ताओं ने चौधरी चरण सिंह को नमन करते हुए किसानों, मजदूरों, खेतीहर का सच्चा सिपाही बताया और उनकी मूर्ति पर पष्प अर्पित किये।

अफजाल अंसारी से भिड़ने वाली कौन है यूपी की लेडी सिंघम IAS आर्यका अखौरी?

संवाददाता | navpravah.com

नई दिल्ली | माफिया-राजनेता मुख्तार अंसारी को शनिवार को समर्थकों और भारी सुरक्षा के बीच गाजीपुर के मोहम्मदाबाद में काली बाग कब्रिस्तान में उनकी मां के बगल में दफनाया गया। अंतिम संस्कार में उनके बेटे उमर अंसारी और भाई अफजाल अंसारी मौजूद थे। हालांकि, इस दौरान सांसद अफजाल अंसारी की डीएम गाजीपुर से तीखी बहस हो गई।

गाजीपुर की डीएम है आर्यका अखौरी जिनसे मुख्तार के शव को मिट्टी देने को लेकर डीएम से नोकझोंक हो गई। भारी संख्या में जनाजे में पहुंचे लोगों को रोक रही थीं कि इतने लोग अंदर नहीं जा सकते, केवल घर के लोग ही जाएं और मिट्टी दें। लेकिन सांसद व मुख्तार के भाई अफजाल नहीं मान रहे थे और लोग रहे थे कि डीएम किसी भी ऐसे शख्स को नहीं रोक सकतीं, जो मिट्टी देना चाहते हैं।

दोनों के बीच जमकर बहसबाजी हुई। एक तरफ डीएम कहती हैं कि धारा 144 लागू है और वे इतने लोगों को जाने की अनुमति नहीं दे सकतीं। दूसरी ओर अफजाल कहते हैं कि मिट्टी देने में कौनसी 144 धारा काम करती है?

कौन है आर्यका अखौरी?

आर्यका अखौरी 2013 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। वह मूलरूप से बिहार की रहने वाली हैं। आर्यका की प्रारंभिक शिक्षा बिहार से हुई। इसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से एमएससी किया। आर्यका की जिलाधिकारी के तौर पर पहली नियुक्ति भदोही में हुई थी। इसके बाद साल 2022 में उन्हें गाजीपुर का डीएम नियुक्त किया गया। इससे पहले वह वाराणसी और मेरठ में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के साथ सीडीओ के पद पर कार्यरत रह चुकी हैं। आर्यका की गिनती यूपी के सबसे तेज तर्रार आईएएस अधिकारियों में की जाती है।

बाहुबली विधायक की कसी थी नकेलबता दें यह पहली बार नहीं है जब आर्यका अपने सख्त रुख को लेकर चर्चा में आई हैं। इससे पहले वह भदोही के बाहुबली विधायक विजय मिश्र पर नकेल कसने को लेकर भी हाइलाइट हुई थी। उन्होंने बाहुबली छवि विजय मिश्र के दो शस्त्र लाइसेंस को निरस्त कर दिया था।

डीएम रहते जींस टी शर्ट पहनने पर रोक लगाई

इस मौके पर बता दें कि IAS आर्यका अखौरी ने भदोही जिले में डीएम रहने के दौरान कर्मचारियों-अधिकारियों के जींस और टीशर्ट पहन कर कार्यालय में आने पर रोक लगा दी थी उपऔर उल्लंघन करने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी थी. इस आदेश के बाद वह अपने इस फैसले को लेकर चर्चा में आ गई थीं।

डीएम आर्यका अखौरी को अक्सर देखने को मिलता था कि सरकारी कार्यालयों और विभागीय बैठकों में तमाम अधिकारी और कर्मचारी जींस पेंट और टीशर्ट पहनकर आते थे। जुलाई 2022 में उनकी एक मीटिंग में कुछ अधिकारी जींस पेंट और टीशर्ट पहन कर आए थे, जिस पर आर्यका अखौरी ने कड़ी नाराजगी जताई थी. इसके बाद महिला डीएम ने एक आदेश जारी करते हुए विभागीय ड्यूटी के दौरान कर्मचारियों और अधिकारियों के जींस पैंट और टीशर्ट पहनने पर रोक लगा दी थी।

राहुल की चेतावनी, “सरकार बनी तो छोड़ेंगे नहीं”

संवाददाता| navpravah.com

नई दिल्ली| चुनावी मौसम सिर पर है और कांग्रेस पर कंगाली के बादल गहराते जा रहे हैं। दरअसल पहले ही खराब वित्तीय स्थिति से जूझ रही पार्टी को अब आई-टी नोटिस ने ताजा झटका दिया है। आयकर ने देश की सबसे पुरानी पार्टी को तकरीबन ₹1,700 करोड़ का नोटिस भेजा है। ये नोटिस दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा चार साल के लिए पुनर्मूल्यांकन कार्यवाही को चुनौती देने वाली पार्टी की याचिका खारिज करने के कुछ घंटों बाद दिया गया है। मामले से वाकिफ लोगों के हवाले से पीटीआई ने बताया कि, आयकर विभाग ने आकलन वर्ष 2017-18 और 2020-21 के लिए जुर्माना और ब्याज सहित ₹1,700 करोड़ का नोटिस दिया है। 

चुनाव से पहले कंगाल कांग्रेस

बता दें कि, कांग्रेस फिलहाल आयकर अधिकारियों द्वारा ₹210 करोड़ का जुर्माना लगाने और उसके फंड को फ्रीज करने के बाद कांग्रेस पहले से ही धन की कमी का सामना कर रही है। पार्टी को मामले में उच्च न्यायालय से कोई राहत नहीं मिली है और वह उच्चतम न्यायालय का रुख कर सकती है।

स पर अब राहुल गांधी ने सत्तारूढ़ भाजपा पर हमला बोला है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा को याद रखना चाहिए कि ज बदलेगी, तो उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, जिन्होंने लोकतंत्र का चीरहरण किया है। राहुल गांधी ने एक पोस्ट में कहा कि ऐसी कार्रवाई होगी कि दोबारा फिर किसी की हिम्मत नहीं होगी, ये सब करने की। ये मेरी गारंटी है।

बता दें कि बीजेपी लोकसभा चुनाव को लेकर ‘मोदी की गारंटी’ अभियान चला रही है, जो प्रधानमंत्री मोदी की अपने चुनावी वादों को पूरा करने की प्रतिबद्धता को उजागर करती है। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने पिछले वीडियो को टैग करते हुए अपने पोस्ट के साथ हैशटैग #बीजेपीटैक्सटेररिज्म का इस्तेमाल भी किया।

IPL 2024: कोहली ब्रिगेड के सामने होंगे केकेआर के धुरंधर, जानिए किसका पलड़ा भारी

Sports Desk | navpravah.com

नई दिल्ली | आईपीएल 2024 का 10वां मैच आरसीबी और केकेआर के बीच खेला जाएगा। आरसीबी ने अभी तक दो मैच खेले हैं और इस दौरान एक मैच में जीत दर्ज की है। केकेआर ने एक ही मैच खेला है और उसे जीता है। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के दिग्गज खिलाड़ी विराट कोहली और फाफ डु प्लेसिस गेम चेंजर साबित हो सकता है। कोलकाता के लिए आंद्रे रसेल कमाल दिखा सकते हैं। रसेल और कोहली ने अपने पिछले मुकाबलों में शानदार प्रदर्शन किया था।

दोनों टीमों का अब तक ये हाल रहा-

केकेआर का यह दूसरा मैच है. जबकि आरसीबी का तीसरा मुकाबला होगा.। कोलकाता ने अपने पहले मुकाबले में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) को 4 रनों से हराया था. जबकि आरसीबी ने इस सीजन का ओपनिंग मैच खेला था, जिसमें चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने 6 विकेट से हराया था। आरसीबी ने अपना दूसरा मैच पंजाब किंग्स (PBKS) के खिलाफ 4 विकेट से जीता था।

ये है पिच रिपोर्ट-

बल्लेबाजों का स्वर्ग कही जाने वाली चिन्नास्वामी की पिच पर आज भी एक बड़े स्कोर वाले मुकाबले की उम्मीद है। बैंगलोर और कोलकाता, दोनों ही टीमों के पास हार्ड हिटिंग बल्लेबाज हैं जो इस सपाट पिच पर बल्लेबाजी का लुत्फ उठाएंगे। हालांकि मैच वही टीम जीतेगी जिसके गेंदबाज इस मुश्किल पिच पर अपना जलवा दिखा सकेंगेसकेंगे।

कोलकाता और बेंगलुरु के स्क्वॉड-

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु: फाफ डु प्लेसिस (कप्तान), ग्लेन मैक्सवेल, विराट कोहली, रजत पाटीदार, अनुज रावत, दिनेश कार्तिक, सुयश प्रभुदेसाई, विल जैक्स, महिपाल लोमरोर, कर्ण शर्मा, मनोज भंडगे, मयंक डागर, विजय कुमार वैशाक, आकाश दीप, मोहम्मद सिराज, रीस टॉप्ली, हिमांशु शर्मा, राजन कुमार, कैमरन ग्रीन, अल्जारी जोसेफ, यश दयाल, टॉम कुरेन, लॉकी फर्ग्यूसन, स्वप्निल सिंह, सौरव चौहान।

कोलकाता नाइट राइडर्स: श्रेयस अय्यर (कप्तान), नीतीश राणा, रिंकू सिंह, रहमानुल्लाह गुरबाज, फिल साल्ट, सुनील नरेन, सुयश शर्मा, अनुकूल रॉय, आंद्रे रसेल, वेंकटेश अय्यर, हर्षित राणा, वैभव अरोड़ा, वरुण चक्रवर्ती, केएस भरत, चेतन सकारिया, मिचेल स्टार्क, अंगकृष रघुवंशी, रमनदीप सिंह, शेरफेन रदरफोर्ड, मनीष पांडे, मुजीब उर रहमान, दुष्मंथा चमीरा, साकिब हुसैन।