सौम्या केसरवानी | Navpravah.com
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के प्रमुख इमरान खान ने आज पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। इस्लामाबाद स्थित राष्ट्रपति भवन में शपथ ग्रहण समारोह में राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने उन्हें शपथ ग्रहण करवाई।
उनके शपथ ग्रहण समारोह में भारत से नवजोत सिंह सिद्धू भी गए थे, वहां सिद्धू ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा से गले मिलकर मुलाकात की, समारोह में वह पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (Pok) के राष्ट्रपति मसूद खान के बगल में भी बैठे थे, इससे देश में नया विवाद खड़ा हो गया है।
मसूद खान जिस Pok के राष्ट्रपति हैं, उसे लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है, भारत के इस हिस्से पर पाकिस्तान अपना हक जताता है, साथ ही वह इस क्षेत्र से भारत में आतंकियों की घुसपैठ कराता है। दरअसल, मसूद खान पीओके के 27वें राष्ट्रपति हैं, खान ने 1980 में पाकिस्तान की विदेश सेवा को ज्वाइन किया था। इसके बाद वह कई राजनयिक पदों पर रहे, वह 2003 से 2005 तक पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रहे।
इसके बाद उन्होंने 2015 से 2016 तक इंस्टीट्यूट ऑफ स्ट्रैटजिक स्टडीज इस्लामाबाद के डायरेक्टर जनरल के तौर पर कार्य किया, इस्लामाबाद का यह थिंकटैंक पाकिस्तान के उन क्षेत्रीय और वैश्विक रणनीतिक मामलों पर गहराई से विश्लेषण करके जानकारी मुहैया कराता है, जो अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को प्रभावित करते हैं।
क्रिकेटर से राजनेता बने नवजोत सिंह सिद्धू, प्रधानमंत्री के रूप में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के प्रमुख इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने कल पाकिस्तान पहुंचे थे। लाहौर में संवाददाताओं से बातचीत में सिद्धू ने कहा, मैं अपने मित्र (इमरान) के आमंत्रण पर पाकिस्तान आया हूं, यह बहुत खास क्षण है।
उन्होंने कहा, खिलाड़ी और कलाकार दूरियां मिटा देते हैं, यहां पाकिस्तानी लोगों के लिए प्यार का संदेश लेकर आया हूं, सिद्धू ने हिंदुस्तान जीवे, पाकिस्तान जीवे! का नारा भी लगाया।