नई दिल्ली. चीन के डॉक्टर ली वेनलियान्ग ने पिछले साल 30 दिसंबर को अपने साथी डॉक्टरों को इस वायरस के खतरे के बारे में बताया था और उनको चेताया था कि वो इस वायरस से बचने के लिए खास तरह के कपड़े पहनें.और भी कई उपाय बताया था. कोरोना वायरस से ही हुई डॉक्टर ली वेनलियान्ग की मौत सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने का लगा था आरोप.
कोरोना वायरस को लेकर सबसे पहले दुनिया को चेताने वाले चीनी डॉक्टर ली वेनलियान्ग की गुरुवार को मौत हो गई. चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक डॉक्टर ली वेनलियान्ग की मौत कोरोना वायरस की चपेट में आने से हुई है. जब चीन के वुहान शहर में कोरोना वायरस की खबर को छिपाने की कोशिश की जा रही थी, तब डॉक्टर ली वेनलियान्ग ने अस्पताल से वीडियो पोस्ट करके कोरोना वायरस को लेकर लोगों को चेताया था.
इसके बाद चीन के स्थानीय स्वास्थ्य विभाग ने 34 वर्षीय डॉक्टर ली वेनलियान्ग से पूछताछ की थी. इतना ही नहीं, वुहान पुलिस ने डॉक्टर ली वेनलियान्ग को नोटिस भी जारी किया था और उनको सोशल मीडिया के जरिए अफवाह फैलाने का आरोपी बनाया गया था. कोरोना वायरस की चपेट में आने के बाद डॉक्टर ली वेनलियान्ग ने 12 जनवरी को अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था. वो एक मरीज के संपर्क में आने के बाद कोरोना वायरस की चपेट में आए थे.
चीन से फैले कोरोना वायरस को लेकर भारत भी पूरी तरह से अलर्ट है. चीन, जापान, सिंगापुर और थाईलैंड से आने वाले एक लाख से ज्यादा यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस की जांच के लिए अतंरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर विशेषज्ञ तैनात किए हैं. फिलहाल 21 हवाई अड्डों पर थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चीनी डॉक्टर ली वेनलियान्ग की मौत पर दुख जताया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट में कहा गया कि हम डॉक्टर ली वेनलियान्ग के निधन से बेहद दुखी हैं. हम सभी को उनके द्वारा किए गए कार्य का जश्न मनाने की जरूरत है.