एनपी न्यूज़ डेस्क |Navpravah.com
म्यांमार में हिंसा भड़कने ने बाद भागकर बांग्लादेश में शरण लेने पहुंचने रोहिंग्या समुदाय में से बांग्लादेश पुलिस ने ड्रग तस्करी के आरोप में तीन रोहिंग्या और एक बांग्लादेशी को गिरफ्तार किया है। चारों आरोपी म्यांमार से बांग्लादेश में 8 लाख मेथमफेटामाइन की गोलियों की तस्करी की कोशिश में थे।
बांग्लादेश की विशिष्ट ‘रेपिड एक्शन बटालियन’ (आरएबी) ने कल नफ नदी के मुहाने पर मछली पकड़ने के एक ट्रॉलर से चार लोगों को गिरफ्तार किया है। यह नदी दोनों देशों में जाती है। आरएबी के एरिया कमांडर मेजर रुहुल अमीन ने ‘एएफपी’ को बताया, ‘‘हमने चार लोगों को याबा गोलियों की तस्करी करते पकड़ा है। उनमें से तीन म्यामां के रोहिंग्या हैं और एक बांग्लादेशी नागरिक है।’’ उन्होंने आगे कहा ‘इन लोगों के पास नाव में म्यांमार से लाई 8 लाख गोलियां मिली हैं। दो रोहिंग्या यहां हाल ही में आए जबकि तीसरा शख्स पुराना शरणार्थी है। यह गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है जब बांग्लादेश में निकटवर्ती म्यांमार के रखाइन राज्य से पलायन कर बड़ी संख्या में रोहिंग्या रोहिंग्या मुसलमान पहुंच रहे हैं।
याबा मेथाम्फेटामाइन तथा कोकेन के मिश्रण के लिए उपयोग किया जाने वाला थाई शब्द है। थाई भाषा में इसे ‘क्रेजी मेडिसीन’ कहा जाता है। यह मिश्रण बांग्लादेश में युवाओं के बीच लोकप्रिय है। रखाइन में 25 अगस्त को हिंसा होने के बाद से करीब 480,000 रोहिंग्या मुस्लिम भाग कर बांग्लादेश आ गए और यहां के दक्षिणपूर्वी जिले कॉक्स बाजार में शरण लिए हुए हैं।