एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
मध्य अमेरिकी देश ग्वाटेमाला के फ्यूगो ज्वालामुखी में हुए विस्फोट से एक ही परिवार के 36 लोगों सहित अबतक 69 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 300 से अधिक जख्मी बताए जा रहे हैं।
ज्वालामुखी की चपेट में आने से दर्जनों लोग अब भी लापता हैं, जिनका कुछ भी पता नहीं चल सका है। और हजारों लोग बेघर हो गए हैं। वहीं एक मासूम बच्ची घंटों तक ज्वालामुखी की आग की राख में डबी रहने के बाद जिंदा मिली।
कोनरेड प्रवक्ता डेविड डे लियोन ने बताया कि दोपहर करीब दो बजे ज्वालामुखी में एक और विस्फोट हुआ। राख के चलते सड़क संपर्क से कट चुके इलाकों से कम से कम 10 लोगों को हेलीकॉप्टरों के जरिए निकाला गया है। कोनरेड ने बताया कि 3,271 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है।
ग्वाटेमाला का ज्वालामुखी फटने के बाद सैकड़ों परिवारों की जिंदगीभर का दर्द दे गया है। डेली मेल की खबर के अनुसार ग्वाटेमाला में ज्वालामुखी विस्फोट के बाद इलाके में ज्वालामुखी की राख फैल गई थी। वहीं राष्ट्रीय आपदा संयोजक सर्गियो कैबानास ने बताया कि ग्वाटेमाला सिटी से करीब 44 किलोमीटर दूर कल ज्वालामुखी फटने की घटना के बाद कई लोग लापता हो गए।
बताया जा रहा है कि चार दशकों के बाद 3,763 मीटर ऊंचे फ्यूगो में इतना भीषण विस्फोट हुआ। इसके फटने से करीब 17 लाख लोग प्रभावित हुए। राजधानी ग्वाटेमाला सिटी स्थित अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया। बता दें कि राजधानी ग्वाटेमाला सिटी इस ज्वालामुखी से केवल 40 किलोमीटर दूर है।
सरकारी अधिकारियों के मुताबिक इससे करीब 17 लाख लोग इससे प्रभावित हुए हैं। इस भयावह घटना के बाद ग्वाटेमाला के राष्ट्रपति ने तीन दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है।