केंद्र सरकार के द्वारा सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलटते हुए SC/ST एक्ट में संशोधन कर मूल स्वरूप में बहाल करने पर सवर्णों ने आज भारत बंद किया है, ये भारत बंद कई सवर्ण संगठनों द्वारा बुलाया गया है।
सांसद उदित राज ने सवर्णों के भारत बंद पर कहा कि इसका कोई असर नहीं दिख रहा है, 10 लोग भी इकट्ठा होकर जाम लगा देते हैं और सड़कें रोक देते हैं, उन्होंने कहा कि इस बंद का असर सिर्फ उन इलाकों में है जहां पर चुनाव होना हैं।
बिहार के आरा में बंद समर्थकों और पुलिस के बीच झड़प हुई, और इस दौरान बंद समर्थकों ने पुलिस पर पथराव भी किया, पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए बंद समर्थकों लाठीचार्ज भी किया।
वहीं उत्तर प्रदेश के नोएडा में सवर्णों के समूहों ने विरोध प्रदर्शन किया, इस दौरान लोग काली पट्टी बांध सड़कों पर उतरे और सरकार विरोधी नारे लगाए और मुजफ्फरनगर में भी धारा 144 लागू कर दी गई है।
बंद का असर मध्य प्रदेश में भी है. ग्वालियर, भिंड, मुरैना समेत 10 जिलों में धारा-144 लागू कर दिया गया है, यहां 2 अप्रैल को दलितों के बंद के दौरान इन इलाकों में भारी हिंसा हुई थी।
मध्यप्रदेश के भिंड, ग्वालियर, मोरेना, शिवपुरी, अशोक नगर, दतिया, श्योपुर, छत्तरपुर, सागर और नरसिंहपुर में धारा 144 लागू की गई है, इस दौरान यहां पर पेट्रोल पंप, स्कूल, कॉलेज बंद रहेंगे।
बता दें कि इससे पहले एससी/एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में दलित संगठनों ने 2 अप्रैल को ‘भारत बंद’ बुलाया था, तब सबसे ज्यादा हिंसा मध्य प्रदेश के ग्वालियर और चंबल संभाग में हुई थी, इस वजह से इस बार प्रशासन ‘भारत बंद’ को देखते हुए पूरी तरह सतर्क है।
एससी/एसटी एक्ट में संशोधन लाए जाने के विरोध में राजस्थान में अगड़ी जातियों ने सड़क पर उतरने का ऐलान किया है, भारत बंद का असर यहां भी दिखना शुरू हुआ और जयपुर के स्कूल, कॉलेज और मॉल सब बंद हैं।