नृपेन्द्र कुमार मौर्य| navpravah.com
नई दिल्ली | उत्तर प्रदेश के संभल में रविवार को हुए हिंसक घटनाक्रम ने सभी को झकझोर दिया। मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई पत्थरबाजी और हिंसा में तीन लोगों की जान चली गई और कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। हालांकि, प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए स्थिति को नियंत्रित कर लिया है और मामले की जांच के लिए कदम उठाए हैं।
मुरादाबाद मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि सर्वे प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से शुरू हुई थी। सुबह करीब साढ़े सात बजे से सर्वे का काम शुरू होकर 10 बजे समाप्त हो गया। सर्वे के दौरान किसी भी तरह की अप्रिय घटना नहीं हुई। मस्जिद के इमाम और इंतजामिया कमेटी ने सहयोग दिया, जिससे प्रक्रिया सुचारू रही।
हालांकि, मस्जिद से ऐलान के तुरंत बाद पत्थरबाजी शुरू हो गई और भीड़ ने अचानक हिंसक रूप ले लिया। प्रशासन ने स्थिति संभालने के लिए पहले से ही पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात किया था, जिससे हिंसा को और फैलने से रोक लिया गया।
इस घटना में तीन लोगों – नोमान, बिलाल और नईम – की दुखद मौत हो गई। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि उनकी मौत गोली लगने से नहीं हुई, और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। पुलिस अधिकारियों ने भरोसा दिलाया है कि हर पहलू की निष्पक्षता से जांच की जाएगी।
इस हिंसा में 20 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए, जिनमें चार वरिष्ठ अधिकारी और एक डिप्टी कलेक्टर शामिल हैं। एसपी कृष्ण कुमार ने बताया कि पत्थरबाजों ने पुलिसकर्मियों की गाड़ियों को जलाने और उन्हें निशाना बनाने की कोशिश की। लेकिन पुलिसकर्मियों ने संयम और साहस का परिचय देते हुए हालात पर काबू पाया।
प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया कि हिंसा में शामिल लोगों की पहचान के लिए ड्रोन और सीसीटीवी फुटेज का इस्तेमाल किया जाएगा। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी, और गंभीर मामलों में एनएसए के तहत भी कार्रवाई की जाएगी।
फिलहाल, संभल में स्थिति सामान्य हो रही है। प्रशासनिक अधिकारी इस बात पर जोर दे रहे हैं कि किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दिया जाए और शांति बनाए रखी जाए। इस मामले की न्यायिक जांच का आदेश दे दिया गया है, जिससे घटना के असली कारणों का पता लगाया जा सके।