अखिलेश त्रिपाठी | navpravah.com
उत्तर प्रदेश में प्राथमिक विद्यालयों में 69 हजार सहायक अध्यापकों की भर्ती के मामले की जांच का ज़िम्मा एसटीएफ़ को दिया गया है। ठगी के इस मामले में एसटीएफ़ ने ब्योरा जुटाना शुरू कर दिया है। एसटीएफ़ की टीम ने ठगी में शामिल सभी लोगों के नेट्वर्क को खंगालना शुरू कर दिया है। कई संदिग्धों को हिसारत में लेकर पूछताछ भी की गई है।
प्रतापगढ़ के एक अभ्यर्थी राहुल सिंह ने एफ़आईआर किया था, जिसके आधार पर जाँच को आगे बढ़ाया गया है। इसी मामले में डॉ. के.एल. पटेल समेत आठ लोगों को नामज़द किया गया है, जिसमें से पटेल समेत सात अभियुक्त गिरफ़्तार किए जा चुके हैं। एक अभियुक्त की तलाश अभी जारी है।
हिंदुस्तान की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, परीक्षा के दिन पकड़े गए साल्वर गैंग के लोगों को फिर से अपनी जाँच के दायरे में लिया है। जाँच की टीम पूरी सख़्ती से इस पूरे मामले की पड़ताल कर रही है। उम्मीद यही जताई जा रही है कि जल्दी इसमें कुछ पुख़्ता जानकारी सामने आएगी, जिससे ये पता चल पाएगा कि इस ठगी के तार कहाँ तक फैले हुए हैं।
फ़िलहाल एसटीएफ़ की टीम इनकी पड़ताल में जुटी है। सूत्रों का कहना है कि यह सॉल्वर गैंग अब नए सिरे से एसटीएफ के निशाने पर है।