एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने आज सरकार के खिलाफ विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया, महाजन ने कहा कि उन्हें नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की मांग करने वाले कम से कम छह सांसदों से नोटिस प्राप्त हुए हैं और वह इसे सदन में विचार हेतु रखने के लिए कर्तव्य बाध्य हैं।
उन्होंने कहा कि तेलुगु देशम पार्टी के केसिनेनी श्रीनिवास पहले सांसद थे, जिन्होंने अविश्वास नोटिस दिया और सदस्यों से पूछा कि इसे आगे बढ़ाया जा सकता है, प्रस्ताव को कांग्रेस और अन्य विपक्षी सांसदों समेत 50 से ज्यादा सदस्यों का समर्थन है।
प्रस्ताव के समर्थकों की गणना करने के बाद सुमित्रा महाजन ने कहा कि नोटिस को स्वीकार कर लिया गया है, उन्होंने कहा कि उनके पास इस प्रस्ताव पर चर्चा के लिए दिन और समय चिन्हित करने के लिए 10 दिन का समय है।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि नियमों के अनुरूप पहले दाखिल किए गए नोटिस को पटल पर रखने की अनुमति है। उन्होंने कहा कि उन्होंने उन सदस्यों के नाम पढ़ दिए हैं। इनमें कांग्रेस के खड़गे, के.सी वेणुगोपाल, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के तारीक अनवर, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी के एन.के. प्रेमचंद्रन और तेदेपा के थोटा नरसिम्हन शामिल हैं।