अमित द्विवेदी | Navpravah.com
महाराष्ट्र के पूर्व एटीएस चीफ व राज्य के एडीजी हिमांशु रॉय ने शुक्रवार को खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। रॉय ने अपने सरकारी आवास में रिवाल्वर अपने मुंह में रखकर गोली चला दी। जिसके बाद उन्हें तत्काल बॉम्बे हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन चिकित्सकों ने रॉय को मृत घोषित कर दिया।
सुपरकॉप के नाम से मशहूर हिमांशु रॉय ने कई महत्वपूर्ण आपराधिक मामलों को सुलझाया था। हालाँकि अभी तक यह बात साफ़ नहीं हो पाई है कि उन्होंने आत्महत्या क्यों की, लेकिन अंदाज़ा लगाया जा रहा है कि लम्बे समय से बीमारी से ग्रस्त होने की वजह से रॉय ने यह कदम उठाया होगा।
बॉम्बे हॉस्पिटल से मिली जानकारी के अनुसार, हिमांशु किडनी के कैंसर से पीड़ित थे और उनकी कीमोथैरेपी चल रही थी। बताया जा रहा है कि लंबी बीमारी की वजह से वह काफी डिप्रेशन थे। वह 2016 के बाद से अपने ऑफिस भी नहीं जा रहे थे, वह लंबी छुट्टी पर चल रहे थे। रॉय 1988 बैच के आईपीएस अफसर थे।
हिमांशु आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग केस और पत्रकार जेडे हत्याकांड के अलावा कई बड़े केसों पर भी काम कर चुके हैं। हिमांशु ने साल 2013 में आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग केस में अभिनेता विंदु दारा सिंह को बुकिज से कथित लिंक के चलते गिरफ्तार किया था। इसके अलावा, उन्होंने विजय पालांडे और लैला खान दोहरे हत्याकांड और पल्लवी पुर्खायस्ता हत्याकांड की भी जांच की।