Shikha Pandey@Navpravah.com
पीएम नरेंद्र मोदी ने आज 13 वीं बार देश के लोगों के सामने रेडियो पर अपने ‘मन की बात’ की। प्रधानमंत्री ने “मन की बात” कार्यक्रम में उन सभी भारतीयों का तहे दिल से शुक्रिया अदा किया, जिन्होंने प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से इस कार्यक्रम द्वारा समाज एवं देश में बदलाव लाने और इस मुहिम को व्यापक बनाने में अपना योगदान दिया।
प्रधानमंत्री ने इस कार्यक्रम में पहली बार लोगों को अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करने का अवसर भी दिया। मोदी ने चित्तूर के सेंट मैरी विद्यालय की उन सभी छोटी छात्राओं को सराहा, जिन्होंने विभिन्न कलाओं द्वारा समाज को ‘अंगदान महादान’ का महत्व समझाने का बड़ा काम किया तथा प्रधानमंत्री को अँगूठे के निशान से बनी भारत के मानचित्र की एक कलाकृति भेंट की।
प्रधानमंत्री ने इस क्षेत्र में महाराष्ट्र के क़रीब 80 वर्षीय वसंतराव सुड़के गुरूजी के महत्वपूर्ण योगदान और तमिलनाडु राज्य के अग्रिम पंक्ति में होने का भी जिक्र किया।
प्रधानमंत्री ने देश में हो रहे विभिन्न पर्वों की शुभकामनाएं देते हुए देश में 26 से 29 अक्टूबर को भारत की राजधानी नई दिल्ली में ‘India-Africa Foreign Summit’ के होने वाले एक नए पर्व की ओर देशवासियों का ध्यान आकर्षित किया। भारत की धरती पर पहली बार इतने बड़े पैमाने पर ऐसे कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें 54 अफ्रीकी देशों और यूनियनों के लीडर्स को आमंत्रित किया गया है, जो कि अफ्रीका के बाहर अफ्रीकन देशों का सबसे बड़ा सम्मेलन होगा।
प्रधानमंत्री ने सांसद आदर्श ग्राम योजना के लिए हो रहे सफल प्रयासों की भी प्रशंसा की।
प्रधानमंत्री ने इस बार, भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा स्कूली बच्चों के लिए छोटे व बड़े पैमाने पर आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों को भी खूब सराहा।
पर्व और त्योहारों के बाद की सफाई पर भी दें ध्यान-
“मन की बात” हो और मोदी स्वच्छता की बात न करें ऐसा संभव नहीं। प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस प्रकार आप दीपावली या अन्य त्योहारों से पूर्व जी जान से उनकी तैयारी करते हैं, उसी प्रकार आपको त्योहारों के बाद की स्वच्छता की भी फिक्र होनी चाहिये। उन्होंने स्वच्छता अभियान के लिए देशवासियों को जागरूक बनाने में मीडिया जगत द्वारा दिए गए योगदान को जम कर सराहा तथा उम्मीद जताई कि पिछले वर्ष महात्मा गाँधी जयंती पर प्रारंभ हुआ यह अभियान ,वर्ष २०१९ में बापू की १५०वीं जयंती तक इतना सफल हो कि हम गर्व से कह सकें ‘हमने भारत माता को गंदगी से मुक्त कर दिया।’
उन्होंने छोटे पदों के लिए इंटरव्यू समाप्त करने के विषय में कहा कि कभी किसी ने सुना नहीं है कि दुनिया में कोई ऐसा मनोवैज्ञानिक है जो एक मिनट, दो मिनट के साक्षात्कार में किसी व्यक्ति को पूरी तरह जाँच लेता है और इसी विचार से उन्होंने घोषणा की थी कि क्यों न हम छोटे पदों की नौकरियों के लिए इंटरव्यू की परम्परा ख़त्म करें।
उन्होंने बताया कि सरकार ने सारी प्रक्रिया पूर्ण कर ली और केंद्र सरकार के ग्रुप ‘डी’, ग्रुप ‘सी’ और ग्रुप ‘बी’ के नॉन ग़ज़टेड पदों में अब भर्ती के लिए साक्षात्कार नहीं होगा। यह नियम 1 जनवरी, 2016 से लागू हो जायेगाI