शिखा पाण्डेय Navpravah.com
Mumbai
भारत सरकार जल्द ही देशभर में सड़कों का व्यापक नेटवर्क बनाने वाला ‘भारतमाला प्रोजेक्ट’ लॉन्च करने जा रही है। इसके पहले फेज में 20 हजार किमी हाइवे का कंस्ट्रक्शन होगा। रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाइवेज मिनिस्टर नितिन गडकरी ने बताया कि हम जल्द ही ‘भारतमाला’ को लॉन्च कर देंगे। भारतमाला में नेशनल हाइवे डेवलपमेंट प्रोजेक्ट (एनएचडीपी) समेत सभी मौजूदा हाइवे प्रोजेक्ट समाहित हो जाएंगे। पहले फेज में 20 हजार किमी हाइवे का कंस्ट्रक्शन होगा। गडकरी ने कहा कि एनएचडीपी और सभी मौजूदा स्कीम्स अगले छह माह में पूरे हो जाएंगे।
भारतमाला सरकार का एक मेगा प्लान है। यह एनएचडीपी के बाद दूसरा सबसे बड़ा हाइवे प्रोजेक्ट है, जिसमें करीब 50 हजार किमी हाइवे डेवलपमेंट हुआ। गडकरी ने एक इंटरव्यू में बताया कि इस पर डीटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट्स (डीपीआर) तैयार की जा रही हैं और भारतमाला प्रोजेक्ट के पहले फेज में 20 हजार किमी हाइवे का कंस्ट्रक्शन दिखाई देगा।
उल्लेखनीय है कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने एनएचडीपी शुरू किया था। इसे कई फेज में लागू किया गया। इसमें मेट्रो शहरों को जोड़ने के लिए स्वर्णिम चर्तुभुज योजना भी शामिल थी। एचएचडीपी के तहत करीब 10 हजार किमी रोड अभी बनाए जाने हैं। इसमें श्रीनगर को कन्याकुमारी से जोड़ने वाला नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर और पोरबंदर से सिल्चर से जोड़ने वाला ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर शामिल है।
गडकरी ने बताया, “भारतमाला के तहत बड़े पैमाने पर रोड कंस्ट्रक्शन कराएंगे और बार्डर एरिया में रोड नेटवर्क बिछाएंगे। हम सभी डिस्ट्रिक हेडर्क्वाटर्स को रोड से कनेक्ट करेंगे।” उन्होंने कहा कि दूर-दराज के एरिया और ट्राइबल और बैकवर्ड एरिया में कनेक्टिविटी उपलब्ध कराने पर खास जोर रहेगा।
एक सरकारी अफसर ने बताया कि इस माह की शुरुआत में प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने भारतमाला प्रोजेक्ट के प्रेजेन्टेशन के बाद पहले फेज के क्लियरेंस के लिए पब्लिक इन्वेस्टमेंट बोर्ड (पीआईबी) की मंजूरी के लिए कहा था। भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत कुल 10 लाख करोड़ रुपए के इन्वेस्टमेंट की उम्मीद है। पहले फेस में करीब 20 हजार किमी हाइवे नेटवर्क का कंस्ट्रक्शन होगा, जिसमें इकोनॉमिक कॉरिडोर स्कीम, कोस्ट और अन्य रोड शामिल होंगे।
अफसर के अनुसार, रोड, ट्रांसपोर्ट एंड हाइवे मिनिस्ट्री का प्रजेन्टेशन देखने के बाद पीएमओ ने नोट दिया था कि प्रोजेक्ट को अप्रूवल के लिए पीआईबी के पास भेजा जाए।
रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाइवे मिनिस्ट्री ने ग्लोबल कंसल्टेंसी फर्म एटी कर्ने द्वारा प्रपोज्ड भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत स्टडी कराई थी। फर्म ने 44 इकोनॉमिक कॉरिडोर आईडेंटिफाई किया था। इकोनॉमिक कॉरिडोर प्रोजेक्ट का मकसद कार्गो का तेजी से मूवमेंट कराना है।
भारत सरकार जल्द ही देशभर में सड़कों का व्यापक नेटवर्क बनाने वाला ‘भारतमाला प्रोजेक्ट’ लॉन्च करने जा रही है। इसके पहले फेज में 20 हजार किमी हाइवे का कंस्ट्रक्शन होगा। रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाइवेज मिनिस्टर नितिन गडकरी ने बताया कि हम जल्द ही ‘भारतमाला’ को लॉन्च कर देंगे। भारतमाला में नेशनल हाइवे डेवलपमेंट प्रोजेक्ट (एनएचडीपी) समेत सभी मौजूदा हाइवे प्रोजेक्ट समाहित हो जाएंगे। पहले फेज में 20 हजार किमी हाइवे का कंस्ट्रक्शन होगा। गडकरी ने कहा कि एनएचडीपी और सभी मौजूदा स्कीम्स अगले छह माह में पूरे हो जाएंगे।
भारतमाला सरकार का एक मेगा प्लान है। यह एनएचडीपी के बाद दूसरा सबसे बड़ा हाइवे प्रोजेक्ट है, जिसमें करीब 50 हजार किमी हाइवे डेवलपमेंट हुआ। गडकरी ने एक इंटरव्यू में बताया कि इस पर डीटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट्स (डीपीआर) तैयार की जा रही हैं और भारतमाला प्रोजेक्ट के पहले फेज में 20 हजार किमी हाइवे का कंस्ट्रक्शन दिखाई देगा।
उल्लेखनीय है कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने एनएचडीपी शुरू किया था। इसे कई फेज में लागू किया गया। इसमें मेट्रो शहरों को जोड़ने के लिए स्वर्णिम चर्तुभुज योजना भी शामिल थी। एचएचडीपी के तहत करीब 10 हजार किमी रोड अभी बनाए जाने हैं। इसमें श्रीनगर को कन्याकुमारी से जोड़ने वाला नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर और पोरबंदर से सिल्चर से जोड़ने वाला ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर शामिल है।
गडकरी ने बताया, “भारतमाला के तहत बड़े पैमाने पर रोड कंस्ट्रक्शन कराएंगे और बार्डर एरिया में रोड नेटवर्क बिछाएंगे। हम सभी डिस्ट्रिक हेडर्क्वाटर्स को रोड से कनेक्ट करेंगे।” उन्होंने कहा कि दूर-दराज के एरिया और ट्राइबल और बैकवर्ड एरिया में कनेक्टिविटी उपलब्ध कराने पर खास जोर रहेगा।
एक सरकारी अफसर ने बताया कि इस माह की शुरुआत में प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने भारतमाला प्रोजेक्ट के प्रेजेन्टेशन के बाद पहले फेज के क्लियरेंस के लिए पब्लिक इन्वेस्टमेंट बोर्ड (पीआईबी) की मंजूरी के लिए कहा था। भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत कुल 10 लाख करोड़ रुपए के इन्वेस्टमेंट की उम्मीद है। पहले फेस में करीब 20 हजार किमी हाइवे नेटवर्क का कंस्ट्रक्शन होगा, जिसमें इकोनॉमिक कॉरिडोर स्कीम, कोस्ट और अन्य रोड शामिल होंगे।
अफसर के अनुसार, रोड, ट्रांसपोर्ट एंड हाइवे मिनिस्ट्री का प्रजेन्टेशन देखने के बाद पीएमओ ने नोट दिया था कि प्रोजेक्ट को अप्रूवल के लिए पीआईबी के पास भेजा जाए।
रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाइवे मिनिस्ट्री ने ग्लोबल कंसल्टेंसी फर्म एटी कर्ने द्वारा प्रपोज्ड भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत स्टडी कराई थी। फर्म ने 44 इकोनॉमिक कॉरिडोर आईडेंटिफाई किया था। इकोनॉमिक कॉरिडोर प्रोजेक्ट का मकसद कार्गो का तेजी से मूवमेंट कराना है।