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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वयोवृद्ध कार्यकर्ता एवं भारतीय जनता संघ (बीजेएस) के पूर्व अध्यक्ष बलराज मधोक का लंबी बीमारी के बाद आज दिल्ली में निधन हो गया। आरएसएस के एक अधिकारी ने बताया कि मधोक (96) ने सोमवार सुबह करीब नौ बजे मध्य दिल्ली के न्यू राजेंद्र नगर इलाके में स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली। वह पिछले कई दिनों से बीमार थे।
प्रोफेसर बलराज मधोक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक, जम्मू-कश्मीर प्रजा परिषद के संस्थापक और मन्त्री, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संस्थापक, भारतीय जन संघ के एक संस्थापक और अध्यक्ष हैं। वे 1960 के दशक के वरिष्ठ राजनेता हैं। वे संसद (लोकसभा) के दो बार सदस्य रह चुके हैं। वे गणमान्य शिक्षाविद, विचारक, इतिहासवेत्ता, लेखक एवं राजनीतिक विश्लेषक भी थे।
उनका जीवन समग्र दृष्टि से भारतमाता के सच्चे सपूत की भूमिका पर खरा उतरता है। 1947 में कश्मीर को बचाने, भारतीय जनसंघ की 1951 में स्थापना और ऊँचाईयों तक ले जाने में उनका अविस्मरणीय योगदान रहा है। उन्होंने राष्ट्रहित सर्वोपरि के मंत्र के साथ स्पष्ट एवं दूरदर्शी सांसद के तौर पर देश की साहसपूर्वक सेवा की तथा राजनीति में ‘‘जीते जी शहीद’’ होना स्वीकार कर लिया परन्तु सिद्धान्तों से कभी समझौता नहीं करने की अडिगता बनाए रखी।