युद्ध के मोर्चे पर महिला जवानों को जाने की मिलेगी इजाजत : जनरल रावत

आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले देशों की हो पहचान -बिपिन रावत

कोमल झा| Navpravah.com

 लड़ाई के मोर्चे पर पुरुषों के साथ महिला जवान भी अब कंधे से कंधा मिलाती नजर आएंगी. भारतीय सेना लड़ाई के मोर्चे पर महिला जवानों की तैनाती की अनुमति देने पर तेजी से काम कर रही है.

सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने रविवार को कहा कि लड़ाई की भूमिका में महिला जवानों की तैनाती की अनुमति देनी की प्रक्रिया पर तेजी से काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि महिला जवानों को पहले मिलिट्री पुलिस में भर्ती किया जाएगा.

सेना प्रमुख ने कहा, ‘मैं महिलाओं को जवान के रूप में आते देखना चाहता हूं. मैं इसे जल्द शुरू करने जा रहा हूं. लेकिन सबसे पहले हम महिला जवानों को मिलिट्री पुलिस में भर्ती करेंगे.’

गौरतलब है कि भारतीय सेना में पुरुष प्रधान है और दुनिया के कुछ ही देश ऐसे हैं जो लड़ाई के मोर्चों पर महिला जवानों को तैनात करते हैं. भारतीय सेना में महिला जवानों की तैनाती चिकित्सा, कानून, शिक्षा, सिग्नल और इंजीनियरिंग इकाई में होती है. अब तक महिला जवानों को लड़ाई के मोर्चे से दूर रखा जाता रहा है
सेना प्रमुख ने कहा कि वह महिलाओं को जवान के रूप में भर्ती करने के लिए तैयार हैं और इस मामले को सरकार के साथ उठाया जा रहा है. उन्होंने पीटीआई के साथ एक साक्षात्कार में कहा, ‘हम पहले ही प्रक्रिया शुरू कर चुके है.

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