अमित द्विवेदी,
आज पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की 72वीं जयंती के अवसर पर कांग्रेस ने उन्हीं का एक विवादित बयान ट्वीट कर विवादों को पुनर्जीवित कर दिया है। पश्चिम बंगाल कांग्रेस ने राजीव गांधी की जयंती पर उनका वो बयान ट्वीट कर दिया जिसमें उन्होंने इंदिरा गांधी की हत्या के बाद कहा था कि जब बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है। इस बयान के बाद राजीव गांधी की काफी आलोचना हुई थी।
यह ट्वीट राज्य कांग्रेस के आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से किया गया था। यह बयान ट्वीट किए जाने के बाद से एक बार फिर इसे लेकर राजनीति गरमा गई। अब विरोधी दलों ने इस ट्वीट को मुद्दा बना लिया है। विरोधी दल आरोप लगा रहे हैं कि 1984 के जख्मों को इस ट्वीट ने फिर से ताजा कर दिया है। बीजेपी का कहना है कि ऐसी भावनाएं भड़काने वाले ट्वीट के लिए कांग्रेस को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। विवाद के बाद बंगाल कांग्रेस ने ये ट्वीट हटा लिया।
आम आदमी पार्टी का कहना है कि कांग्रेस को सन् 84 की हिंसा पर कभी अफसोस नहीं रहा है। आज भी वे इस पर गर्व करते हैं। आप के नेता एचएस फुल्का ने कांग्रेस और बीजेपी पर एक साथ निशाना साधाते हुए कहा कि कांग्रेस सिखों के और बीजेपी मुसलमानों के खिलाफ की राजनीति करती है।
बार-बार 1984 के दंगों पर राजनीति ठीक नहीं-
इस बीच कांग्रेस की ओर से उनकी प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने इस पर सफाई देते हुए कहा है कि 1984 दंगों के मामले में उनके दल की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तक मांफी मांग चुके हैं। बार-बार इस मुद्दे को उठाकर राजनीति करना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा,” पश्चिम बंगाल कांग्रेस के ट्वीट को तुरंत ही हटा लिया गया था। पीएम के ट्वीटर हैंडल पर भी गड़बड़ियां होती हैं।”
गौर करें तो यह मामला और इस मामले में हो रही राजनीति आगामी पंजाब चुनावों की ओर इशारा करती दिखाई दे है। कांग्रेस इस बार सत्ता हासिल करने के हर प्रयास में लगी है। लेकिन, आम आदमी पार्टी से उसे टक्कर मिल सकती है। बीजेपी और अकाली दल का प्रयास भी सरकार दोबारा बनाने की है। लेकिन, इन सब के बीच कोलकाता से हुआ यह ट्वीट कांग्रेस के लिए फिलहाल भारी पड़ गया है।