अनुज हनुमत
मथुरा। यूपी में जल्दी ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और ऐसे में नेता अपने सियासी तीर न छोड़े ये कैसे हो सकता है। उसी क्रम में आज केंद्रीय महिला कल्याण और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि सुल्तानपुर से बीजेपी सांसद और उनके बेटे वरुण गांधी उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनावों में पार्टी के मुख्यमंत्री उम्मीदवार नहीं होंगे।
मेनका गांधी ने ये बयान मंगलवार को मथुरा के गोवर्धन रोड स्थित सरस्वती विद्या मन्दिर में प्रबुद्ध नागरिक विचार गोष्ठी के दौरान दिया। पत्रकारों ने जब मेनका गांधी से पूछा कि क्या प्रियंका गांधी के जवाब में पार्टी वरुण गांधी को मैदान में उतारेगी? इस प्रश्न पर केंद्रीय मंत्री ने दो टूक शब्दों में कहा, ‘नहीं’।
इसके बाद पत्रकारों से वार्ता के दौरान जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही हिंसा को लेकर मेनका गांधी ने कहा कि कश्मीर हमेशा उबाल पर रहा है और उन्होंने कहा पहली बार मिलीजुली सरकार बनी है, जो कुछ लोगों को पच नहीं रही है। ऐसे में लोगों को ये विश्वास दिलाने में कि ये देश उन्हीं का है, थोड़ा वक्त लग रहा है। सरकार इस पर काम कर रही है और उन्हें विश्वास है कि जम्मू कश्मीर सरकार जल्द इस पर काबू पा लेगी।
वरुण गांधी को लेकर उनकी माँ मेनका गांधी का ये बयान काफी बड़ा माना जा रहा है, क्योंकि अभी हाल ही में कुछ युवा कार्यकर्ताओं व समर्थकों ने इलाहाबाद में हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान ‘वरुण गांधी अब की बार’ लिखे बड़े बडे पोस्टरों के माध्यम से उनको सीएम उम्मीदवार बनाने की मांग की थी।
सूत्रों के हवाले से कुछ दिनों पहले ये खबर भी आई थी कि बीजेपी स्मृति ईरानी को सीएम उम्मीदवार घोषित करना चाहती है, जबकि संघ चाहता है कि वरुण गांधी को सीएम कैंडीडेट बनाया जाए। अब इन दोनों बातों में कितनी सच्चाई है, ये तो आने वाले समय में पता लगेगा। लेकिन इतना तो स्पष्ट है कि अब यूपी में अगामी विधानसभा चुनावो को लेकर सियासी गर्मी बढ़ गई है।