ब्यूरो
उत्तर प्रदेश की राजनीति के सियासी गलियारों में अमूमन नेताओं को अपने बड़बोलेपन के लिए जाना जाता है पर कभी कभी इन नेताओं द्वारा एक दूसरे के प्रति शब्दचयन इतना निम्न स्तर का हो जाता है कि शर्म महसूस होती है। ऐसी एक तस्वीर आज भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष दया शंकर सिंह ने पेश की जब उन्होंने मऊ में एक कार्यक्रम के दौरान बसपा सुप्रीमो मायावती पर बहुत ही आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए उन्हें वेश्या से भी बदतर बता डाला । मायावती के खिलाफ की गयी इस टिप्पणी पर सिंह ने माफी मांग ली है। परंतु पार्टी ने कार्रवाई करते हुए उन्हें उत्तर प्रदेश के पार्टी उपाध्यक्ष पद से हटा दिया है।
दयाशंकर ने माफी मांगते हुए कहा,” मैं इस तरह से सोच भी नहीं सकता। मायावती इतनी बड़ी नेता हैं,वो अपनी मेहनत और लगन से यहां तक पहुंची हैं। इस मुद्दे को गलत तरह से उठाया गया गलत है। मैं इस तरह से सोच भी नहीं सकता। मैं अपने द्वारा की गयी टिप्पणी के लिए माफी मांगता हूं।” यूपी भाजपा अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि दयाशंकर सिंह को पार्टी के सभी पदों से हटा दिया गया है।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के मऊ में एक संवाददाता सम्मेलन में दया शंकर सिंह ने कहा था, ‘‘स्वामी प्रसाद मौर्या, आर.के. चौधरी और जुगल किशोर जैसे नेता बसपा छोड़कर जा रहे हैं,जो कांशीराम के साथ जुड़े थे। ये लोग मायावती पर आरोप लगा रहे हैं कि पैसे के लिए वह टिकट बेंच रही हैं। अगर टिकट बेंच रही हैं, तो विधानसभा चुनाव तक रहने तो दीजिए। उन्हें अगर कोई अधिक पैसा देता है तो उसे टिकट दे देती हैं। ऐसा वेश्या भी नहीं करती हैं।’’
दयाशंकर सिंह ने इस दौरान सपा सरकार पर भी हमला बोला था। उन्होंने कहा,” समाजवादी पार्टी गुंडो की पार्टी है और सपा में दुर्गा प्रसाद यादव, शिवपाल यादव जैसे गुंडे हैं,ये जिसको चाहते हैं उसको थाने में बंद करा देते हैं। ऐसे में समाजवादी पार्टी के लोगों से बात करना गुंडों से बात करना है।” साथ ही कहा कि समाजवादी पार्टी गुंडो से भरी पड़ी है, अगर पार्टी से इन गुंडों को निकाल दिया जाए तो पार्टी खत्म हो जाएगी ।
मायावती पर हुए इस बयान से सूबे का सियासी पारा चढ़ गया और सभी ने इस बयान की आलोचना की। मायावती ने अपने ऊपर की गई अभद्र टिप्पणी को राज्यसभा में भी उठाया और इसके विरोध में सड़क पर उतरने की चेतावनी तक दे डाली । राज्यसभा में सदन के नेता अरुण जेटली तथा मुख़्तार अब्बास नक़वी ने मायावती पर की गयी आपत्तिजनक टिप्पणी पर खेद प्रकट किया।
वैसे इस बयान ने भाजपा की बहुत किरकिरी करवा दी है, लेकिन किसी भी सियासी दल के लिए ये नई बात नहीं है । अभी तो महज चुनाव की उल्टी गिनती ही शुरू हुई है और सूबे के अधिकांश नेताओं का राजनीतिक स्तर क्रमशः दिखने लगा है ।