लखनऊ। उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता के रायरबेली में सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होने के मामले की CBI जांच चल रही है। वहीं इस दुर्घटना में घायल उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता की हालत गंभीर बताई जा रही है। हादसे के बाद पीड़िता जिंदगी और मौत से जुझ रही है।
जानकारी के मुताबिक, पीड़िता को आज दिल्ली के लिए एयरलिफ्ट कराया जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट की सख्ती और सवालों के बाद मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने इसकी सहमति दी है। हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि पीड़िता का इलाज मेडिकल कॉलेज में भी सम्भव है। बता दें कि रेप पीड़िता की कल वेंटिलेटर हटाने के बाद फिर बिगड़ी तबियत गई थी।
28 जुलाई को जब पीड़िता अपने अपनी चाची, मौसी और वकील के साथ रायबरेली जा रही थी, तभी रास्ते में उनकी कार को ट्रक ने टक्कर मार दी थी। इस हादसे में पीड़िता की चाची और मौसी ने जान गवां दी थी। जबकि पीड़िता और उसके वकील गंभीर रूप से घायल हो गए थे। फिलहाल दोनों का लखनऊ के किंग जॉर्ज अस्पताल में चल रहा है और दोनों को लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है।
पीड़िता की कार में जिस ट्रक ने टक्कर मारी थी, उसके नंबर को नंबर प्लेट पर ग्रीस लगाकर छुपाया गया था। रेप पीड़िता को सुरक्षा के लिए 9 सुरक्षाकर्मी दिए गए थे, लेकिन घटना के वक्त उसके साथ एक भी सुरक्षाकर्मी नहीं था। पीड़िता के परिवार का आरोप है कि विधायक के लोग उन्हें केस वापस लेने की लगातार धमकी दे रहे थे और ये दुर्घटना प्रयोजित तरीके से करवाई गई। इस मामले में पीड़िता की चाची भी एक गवाह थीं जिनकी सड़क हादसे में मौत हो गई है।
उधर, उन्नाव घटना क्रम मामले पर देश और प्रदेश में जमकर राजनीति भी हो रही है। गुरुवार को पीड़िता और परिवार को न्याय दिलाने की मांग पर कांग्रेस ने राजधानी लखनऊ स्थित परिवर्तन चौक से गांधी प्रतिमा तक पैदल मार्च निकाला। तो वहीं समाजवादी पार्टी ने राजधानी स्थित गांधी प्रतिमा पर कैंडल मार्च निकाला। सपा महिला मोर्चा से जुड़ी महिलाओं ने ने कैंडल मार्च के जरिए पीड़िता और वकील के सेहत में सुधार की प्रार्थना की।