अमित द्विवेदी,
बीजेपी ने आगामी यूपी विधानसभा चुनाव के लिए बहुत खास रणनीति बनाई है। पार्टी की रणनीति के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव तक हर महीने यूपी में किसी न किसी कार्यक्रम या रैली में हिस्सा लेंगे। पिछले एक साल में पीएम दस से भी अधिक बार यूपी में कई कार्यक्रमों और रैलियों में हिस्सा ले भी चुके हैं। पहले पीएम ने बलिया में उज्ज्वला कार्यक्रम की शुरुआत की। फिर अपनी सरकार के दो साल पूरे होने पर सहारनपुर की रैली में उन्होंने ये कह कर पार्टी की चुनावी रणनीति का खुलासा भी कर दिया था कि वे यूपी वाले हैं।
इस महीने प्रधानमंत्री 12 और 13 जून को इलाहाबाद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में भी हिस्सा लेंगे। बीजेपी नेताओं के मुताबिक प्रधानमंत्री 13 जून को इलाहाबाद में एक बड़ी रैली को संबोधित करेंगे। संभावना है कि पीएम अगले महीने अपने संसदीय क्षेत्र बनारस का भी दौरा करें।
उल्लेखनीय है कि पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने यूपी का विधानसभा चुनाव उसी रणनीति से लड़ने का फैसला किया है, जो उन्होंने पार्टी महासचिव रहते हुए लोकसभा चुनाव में अपनाई थी। तब उनकी अगुआई में बीजेपी ने यूपी की 80 में से 71 सीटें जीती थीं। बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं से जीवंत संवाद इस रणनीति का अहम हिस्सा था। इस बार भी वे खुद बूथ लेवल पर सक्रिय करीब सवा लाख पार्टी कार्यकर्ताओं से संपर्क स्थापित करेंगे। इसके अलावा शाह और केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह हर महीने कई कार्यक्रमों और रैलियों में अलग-अलग हिस्सा भी लेंगे। पार्टी ने यूपी को छः क्षेत्रों में बांटा है और हर क्षेत्र में बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं के सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे।
पार्टी के अनुसार सीएम उम्मीदवार घोषित करने के बारे में अभी चर्चा चल रही है। सितंबर तक इस बारे में फैसला होने की संभावना है। बीजेपी का मानना है कि ग्रामोदय से भारतोदय और विकास पर्व जैसे कार्यक्रमों से उसे फायदा पहुंचा है। इससे ज़मीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं को जोड़ने में मदद मिली है।