सौम्या केसरवानी।Navpravah.com
यूपी के इलाहाबाद में अनोखा पूजा पण्डाल बनाया गया है, इसकी खासियह है कि पण्डाल में पूरी भारतीय संस्कृति को सहेजा गया है। इस पण्डाल में 111 साल से यहां दुर्गा प्रतिमा स्थापित की जा रही है। इसका निर्माण लूकरगंज में भारतीय संस्कृति को सहेजता दुर्गा पंडाल लोगों को बीच आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
यहां सजे पंडाल की खास बात ये हैं कि इसका निर्माण पश्चिम बंगाल स्थित बाकुडा के राधाकृष्ण मंदिर की थीम पर किया गया है। पंडाल को टेराकोटा मिट्टी के बने तीन इंच से आठ फीट ऊंचे 500 घोडे, मिट्टी, बांस से बने रथ, वाद्य यंत्र , पुआल की कुटिया, सूप, लालटेन सहित अन्य हाथों से निर्मित चीजों से सजाया गया है।
इस पंडाल को भारतीय संस्कृति के अनुरूप तैयार किया गया है। इस तरह बनाने का मुख्य उद्देश्य आज के युवाओं को भारतीय संस्कृति और सभ्यता से परिचित कराना है। क्योंकि आज के युवा पाश्चात्य संस्कृति की ओर ज्यादा भाग रहे हैं। लोगों को यहां बनी मूर्तियां और साज सज्जा काफी पंसद आ रही हैं।
लूकरगंज के इस पंडाल को बनाने में करीब दो महीने लग गए। पंडाल में स्थापित मां दुर्गा की प्रतीमा पश्चिम बंगाल के कलाकारों के द्वारा यहां के बेदी पर ही बनाया गया है। प्रतीमा को बनाने में पश्चिम बंगाल की सभ्यता का विशेषता और आस्था का पूरा ध्यान दिया गया है।