करियर डेस्क. युवाओं के लिए एक अच्छी खबर आ रही है। सुस्ती से जूझ रही अर्थव्यवस्था में रोजगार के मोर्चे पर देश की शीर्ष सूचना तकनीक कंपनी एचसीएल टेक्नॉलजी आगामी वित्त वर्ष में कॉलेज कैंपसों से दोगुनी संख्या में छात्रों की भर्ती करेगी। कंपनी ने चालू वित्त वर्ष में कॉलेज कैंपस में 8,600 छात्रों को नौकरी दी थी, जबकि वित्त वर्ष 2020-21 में कंपनी 15,000 छात्रों की भर्ती करेगी। इसमें कंपनी देश के प्रतिष्ठित बिजनेस स्कूलों से 500 छात्रों की भर्तियां भी शामिल हैं। कंपनी के चीफ ह्यूम रिसॉर्स ऑफिसर अप्पाराव वीवी ने बताया, ‘इस वित्त वर्ष में हमने जिन लोगों की मैनेजमेंट और टेक्निकल डिपार्टमेंट में भर्ती की है, उनकी सैलरी में 15-20फीसदी की बढ़ोतरी की है।’
आईआईएम- अहमदाबाद, बेंगलुरु और कलकत्ता, आईएसबी, एक्सएलआरआई तथा एसपी जैन के मैनेजमेंट ग्रैजुएट्स को सैलरी के रूप में एचसीएल सालाना 20-23 लाख रुपये देती है। आईआईएम-कोझिकोड, इंदौर तथा लखनऊ के मैनेजमेंट ग्रैजुएट्स को कंपनी सालाना 15-18 लाख रुपये देती है। वहीं, अन्य कॉलेजों के ग्रैजुएट्स को कंपनी सालाना 4.5-7 लाख रुपये तक देती है। मैनेजमेंट ग्रैजुएट्स को एचसीएल के ग्लोबल इंगेजमेंट मैनेजर (जीईएम) ट्रेनिंग प्रोग्राम से गुजरना पड़ता है।
अप्पाराव ने कहा, ‘जीईएम ट्रेनिंग करने वालों को मूलतः सेल्स तथा प्री-सेल्स डिपार्टमेंट में रख लिया जाता है, जबकि बाकी बिजनेस ऐनालिस्ट के रूप में काम करते हैं।’ जहां तक टेक्निकल छात्रों को नौकरी बात है तो कंपनी आईआईटी ग्रैजुएट्स को सालाना 12-15 लाख रुपये, जबकि एनआईटी के छात्रों को 8-12 लाख रुपये देती है।
एचसीएल 12वीं पास छात्रों की भी भर्ती करती है, जिन्हें एक साल का गहन प्रशिक्षण दिया जाता है। इसमें 9 महीने की क्लासरूम ट्रेनिंग और 3 महीने की नौकरी शामिल होती है। कंपनी एक जांच परीक्षा लेती है, जिसमें पास करने वाले छात्र बिट्स-पिलानी से इंजिनियरिंग करने के पात्र हो जाते हैं।