Varanasi। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र Varanasi आतंकियों के निशाने पर है। कुछ इस्लामिक कट्टरपंथियों ने अपने Twitter एकाउंट पर चल रहे गजवा-ए-हिंद के जरिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, संघ प्रमुख मोहन भागवत व हिंदू विवेक केंद्र से जुड़े लोगों को मारने के साथ ही दिल्ली-कश्मीर समेत अन्य स्थानों पर आतंक फैलाने से संबंधित ट्वीट किया है। Twitter धमकी के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं।
Twitter एकाउंट सरियॉज बी दी मैन की ओर से किए गए एक ट्वीट में हथियारबंद एक युवक की फोटो अपलोड की गई जिसका नाम उस्मा लशरी बताया गया है। उस्मा लशरी गजवा-ए-हिंद (भारत के खिलाफ जिहाद) के लिए आतंक फैलाने की साजिश रच रहे दी बैंड ऑफ सेवन का सदस्य है।
उस्मा लशरी को योगी आदित्यनाथ, मोहन भागवत के साथ ही Varanasi से कोलकाता तक फैले हिंदू विवेक केंद्र से जुड़े लोगों को मारने की जिम्मेदारी दी गई है। अपलोड फोटो की मानें तो शाहिन तीन (पाकिस्तान की उन्नत मिसाइल) को Varanasi से कोलकाता के बीच पिन प्वांइट करना है।
कोड मरखोर, निशाना हिंदू नेता
आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े दी बैंड ऑफ सेवन द्वारा तैयार नापाक मंसूबों को अंजाम देने के लिए लशरी का कोडवर्ड मरखोर रखा गया है। ट्वीट में कहा गया है कि मरखोर गजवा-ए-हिंद का सबसे सक्रिय खिलाड़ी है और युद्ध के लिए तैयार सबसे अग्रिम पंक्ति है।
क्या है गजवा-ए-हिंद
पुलवामा हमले से पूर्व पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के एक सम्मेलन का वीडियो जारी हुआ था। नवंबर 2017 के उस वीडियो में संगठन से जुड़े आतंकियों ने संकल्प लिया कि भारत-पाकिस्तान के बीच चाहे जैसे संबंध रहें, वह अपना गजवा-ए-हिंद (मुस्लिम विद्य) जारी रखेगा। कुछ मुस्लिम विद्वानों के मुताबिक हदीस में भविष्यवाणी है कि हिंदुस्तान में एक जंग होगी जो कि गजवा-ए-हिंद होगी। बहुत सारे सहाबा (पैगंबर साहब के संगती) ने इसका जिक्र किया है। कई किताबों में भी इसका जिक्र है, लेकिन यह जंग कब होगी, इसका कोई वक्त नहीं बताया गया है।