एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
चर्चित लेखिका तसलीमा नसरीन ग्वालियर के महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित चार दिवसीय बिटिया उत्सव में शामिल होने आईं तो लेकिन कार्यक्रम में शामिल हुए बिना ही होटल लैंडमार्क से अपने निजी वाहन से आगरा रवाना हो गईं।
कार्यक्रम सिटी सेंटर स्थित राज्य स्वास्थ्य प्रबंधन संस्थान में था। एक अखबार की वेबसाईट में प्रकाशित खबर के अनुसार विभाग के रीजनल कोऑर्डिनेटर सुरेश तोमर ने बताया कि वे शुक्रवार शाम को 6 बजे ग्वालियर आई, जिसकी कोई जानकारी उनकी ओर से विभाग को नहीं दी गई। वे बहाना बनाकर ग्वालियर से चली गईं।
जबकि तस्लीमा नसरीन ने अपने फेसबुक पेज के माध्यम से ये स्पष्ट किया है, ‘कि मेरे आने की खबर को गुप्त रखना चाहिए था क्योंकि पहले भी समुदाय विशेष कट्टरपंथियों द्वारा मेरे विरोध में कदम उठाये गये हैं. मैं दर्शकों के लिए दर्शकों के लिए माफी मांगती हूँ, उनका दोष नहीं है । इस मध्य प्रदेश में, 2006 में जब मैं भोपाल के ‘भारत भवन’ में भाषण दे रही थी , तो मुस्लिम कट्टरपंथी बाहर मेरे खिलाफ विरोध कर रहे थे । मैं जहाँ भी भोपाल के दूसरे पक्ष में गई, वहां कट्टरपंथी जुलूस की एंटी-तस्लीमा रैली विरोध में पीछे चली गई । ग्वालियर के कार्यक्रम आयोजकों ने पूरे शहर में विज्ञापन. मेरी तस्वीर, नाम, मेरा भाषण कब है, सब उल्लेख कर दिया है। लोग होटल में ऑटोग्राफ लेने पहुंचे। एक व्यक्ति से मैंने पूछा, तुम कैसे जानते हो कि मैं यहाँ हूँ? उसने कहा, सभी समाचार पत्रों में खबर प्रकाशित की गई है । ऐसे गैरजिम्मेदार संयोजकों के कार्यक्रम से मैं वापस आगरा चली गई.’