सौम्या केसरवानी । Navpravah.com
इराक में लापता 39 भारतीयों पर एक निजी चैनल के खुलासे के बाद चर्चा तेज हो गई है, अकाली दल सांसद चंदूमाजरा ने लोकसभा में लापता भारतीयों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि लापता में से अधिकतर लोग पंजाब से हैं, मैं चाहता हूं कि सरकार इस विषय पर कुछ निर्णय लिया।
इससे पहले कांग्रेस पार्टी कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव लाने की तैयारी थी, कांग्रेस ने सुषमा पर देश और संसद को गुमराह करने का आरोप लगाया है। सुषमा स्वराज ने सभी नागरिकों के जीवित होने की बात कही थी, लेकिन सरकार के पास अभी इसकी कोई पुष्टि नहीं है।
लापता भारतीयों के संबंध में इराकी विदेश मंत्री इब्राहीम-अल जाफरी ने कहा है कि इराक सरकार के पास लापता 39 भारतीयों की कोई पुख्ता जानकारी नहीं है, उन्होंने ये भी कहा कि बंधक बनाए गए भारतीय मजदूर जिंदा हैं या मारे गए, इसे लेकर भी उनके पास कोई सूचना नहीं है।
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि संसद में विदेश मंत्री द्वारा दी गई जानकारी भ्रामक है, हमें चिंतित होना चाहिए कि क्या वे जीवित हैं? कहां हैं? अगर वहां जेल नहीं है, तो हमें यह देखना चाहिए कि क्या विदेश मंत्रालय ने जानकारी सत्यापित की है।
एनसीपी माजिद मेमन ने इस मुद्दे पर कहा कि हम इस मुद्दे को उठाएंगे, हमने जो इंडिया टुडे पर देखा है इस मुद्दे पर सुषमा स्वराज को माफी मांगनी चाहिए।
मोसुल मसले पर पूर्व विदेश राज्य मंत्री शशि थरूर का कहना है कि सरकार इस मुद्दे पर गुमराह क्यों कर रही है, लोगों को सच्चाई क्यों नहीं बताते, सच्चाई सामने आने चाहिए उन्होंने कहा कि पिछले 2 साल से सरकार यही बात कह रही है कि वह इराक जेलों में वहां पर बंद है, लेकिन निजी चैनल का खुलासा कुछ और ही बंया कर रहा है।
आर के सिंह का कहना है कि 39 भारतीयों के बारे में जो भी कहा जा रहा है, उन को खोजने की जरूरत है, उन्होंने कहा कि जिस जेल की बात की जा रही है, वह जेल खाली है, हो सकता है उनको कहीं और ले जाया गया हो, वह सेफ है या नहीं यह नहीं कहा जा सकता है।