एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सुपरटेक जार सूट्स प्रोजेक्ट मामले में अवैध फलैटो को सील करने का आदेश दिया था, लेकिन इसके बाद भी सुपरटेक बिल्डर सुधरने का नाम नही ले रहा है। सुपरटेक बिल्डर ने फिर से अपनी धोखाधड़ी की दुकान खोली है, जिसके तहत नोएडा अथॉरिटी में बड़े भ्रष्टाचार की तैयारी हो रही है।
अथॉरिटी में घनत्व बेचने का मामला सामने आया है, जिसके तहत नोएडा अथॉरिटी में बड़े भ्रष्टाचार की तैयारी हो रही है, हालांकि इस मास्टरप्लान में घनत्व बेचने का जिक्र नहीं है। लेकिन इससे सुपरटेक बिल्डर के प्रोजेक्ट्स को बड़ा फायदा होगा। इससे सेक्टर 74 और 76 में अरबों का मुनाफा होगा।
इस मास्टरप्लान में आरके अरोड़ा, शक्तिनाथ, निर्मल सिंह की तिकड़ी है, जिसके तहत सुपरटेक बिल्डर का नोएडा में फ्रॉड का मामला सामने आया है, नोएडा के सेक्टर 34 में अवैध फ्लैट बनाए गए हैं, वहीँ मंजूर नक्शे के विपरीत 100 अवैध फ्लैट गए हैं, यही नहीं सुपरटेक ने ग्राहकों को झूठ बोल कर इस तरह ठगने का काम किया है।
अथॉरिटी ने 100 फ्लैट अवैध घोषित किए हैं, इसलिए सुपरटेक में निवेश बहुत जोखिम भरा हो गया है। यूपी के नोएडा में सुपरटेक बिल्डर द्वारा सुपर नोवा के प्रोजेक्ट में धांधली का मामला सामने आया है, इस प्रोजेक्ट में सुपरटेक बिल्डर द्वारा अवैध तरीके से निवेश का झांसा दिया जा रहा है।