अमित द्विवेदी,
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने राम मंदिर पर एक बार फिर बयान दिया है। स्वामी ने बुधवार को समाचार एजेंसी ANI से कहा, ” राम मंदिर 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान हमारे घोषणा पत्र में शामिल था। हम अपने वादे से भागते नहीं हैं।
राम मंदिर मामले में सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि जो हमने कहा है, वो करेंगे भी। राम मंदिर हमारे मैनिफेस्टो में शामिल था। यह हमें याद है, हम इससे भाग नहीं सकते। अगले वर्ष उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव है, जिसके मद्देनज़र अब हर पार्टी की राम मंदिर को लेकर बेहद संवेदनशील होती नज़र आ रही है।
राम मंदिर का मामला थोड़ा गर्म तब हो गया, जब 11 अक्टूबर को दशहरे के कार्यक्रम में लखनऊ में जय श्री राम के कई उदघोष किए थे। उस कार्यक्रम के बाद अन्य पार्टी के नेताओं में भी सनसनी फैल गई।
इसके बाद केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री महेश शर्मा केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित रामायण संग्रहालय के लिए अयोध्या में चिह्नित भूखंड का निरीक्षण करने आए। वहीं उत्तर प्रदेश सरकार यानी समाजवादी पार्टी भी इस बार राम के नाम को भुनाने में लगी है। सूबे के मुखिया अखिलेश की कैबिनेट ने हाल ही में लाल बलुआ पत्थरों से रामलीला थीम पार्क बनाने की घोषणा की थी। इसको लेकर बीजेपी ने सपा पर सवाल खड़े किए थे।
इस मामले पर बसपा प्रमुख मायावती ने भी बीजेपी और सपा के मंसूबों पर सवाल उठाया था। यही नहीं, राहुल भी अपनी किसान यात्रा के दौरान अयोध्या गए थे। तो कुल मिलाकर इस समय भगवान राम पर सियासत तेज़ होती नज़र आ रही है।